तमनार थाना क्षेत्र में खुलेआम जुआ खुडखुड़िया का खेल, नाबालिग बच्चे भी जुआ के जद में, रथमेला बना जुआ अड्डा
- Sanjay Sahu
- 10 Aug, 2024
तमनार थाना क्षेत्र में खुलेआम जुआ खुडखुड़िया का खेल, नाबालिग बच्चे भी जुआ के जद में, रथमेला बना जुआ अड्डा
घरघोड़ा: गौरीशंकर गुप्ता: रायगढ़ पुलिस अधीक्षक कार्यालय से महज पन्द्रह-बीस किलोमीटर दूर तमनार थाना अंतर्गत गांव में रथमेला के नाम पर खुलेआम खुड़खुड़िया जुआ के पासों की गुंज सुनकर आसपास के नाबालिग युवा भी इसके जद में आकर जुआ खेलते नजर आते है, मेले के नाम पर लाखों रूपए की बिसात खुलेआम बिछाई जाती है इस झंडी मुडी चिड़ी पान के चक्कर में युवा पैसे डबल करने की लालसा में जुआ जैसे समाजिक बुराई की ओर खीचे चले आ रहे है, फिर भी शासन प्रशासन को तनिक भी चिंता नही है जबकि लगातार इस खुड़खुड़िया के पासे के खिलाफ समाचार पत्रों में प्रकाशित होते रहे है खुलेआम जुआ चलाने वालों का फोटो विडिओ नाम सहित प्रसारित है।
फिर भी पुलिस उनके गिरेबान से दूर ? तमनार थाना क्षेत्र अंतर्गत जुआ का नशा युवाओं में पैठ बना रखा है वर्षभर सुनसान जगह में सारथी ब्रदर्स के छांव तले खुड़खुड़िया के पासे फेंके जाते है जानकार बताते है जुआ खेलाने के नाम पर कुछ पुलिस वालों के साथ साठगांठ कर बेखौफ होकर जुआ खेलाया जाता है, यह जग जाहिर भी तमनार थाना क्षेत्र के हर गांव में खुडखुड़िया जुआ का खेल खुलेआम चलता है जिसकी शिकायत भी पुलिस थाने में किया जाता है लेकिन साठगांठ होने के कारण कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति कर मुख्य अपराधियों को छोड़ दिया जाता है, जिसके कारण यह खेल बदस्तूर जारी रहता है सवाल लाजमी है सैंकड़ो हजारों के बीच में पट्टी बिछा कर घंटो खुड़खुड़िया जुआ खेलाया जाता है किसका संरक्षण मिला होता है।
जो पुलिस झांकने तक नही आती है। बिना भय के जुआरी हजारों - लाखों का दाव लगाते मिल जायेंगे तमनार क्षेत्र के एक भी ऐसा सुदूर वनांचल गांव नही होगा जहां जुआ ना चलता हो ? गांव के भोले भाले ग्रामीणों की पूंजी तो लुटते ही है साथ में ऐसे भी जुआरियों का जत्था होता है जो पेशेवर इस खेल में माहिर होते है वास्तव में इन खिलाड़ियों के लिए लंबी चौड़ी पट्टी बिछाई जाती है, मेला में सजता जुआ का खेल देकर नाबालिग बच्चे झुला छोड़कर खुड़खुड़िया खेलने लगते है अबोधता के कारण अपनी बाजी गंवाकर किस मानसिकता को लेकर जाते होगें यह चिंतन का विषय है.
इस क्षेत्र में खुड़खुड़िया का प्रचलन लगातार रथोत्सव में बढ़ने से समाजिक बुराई का प्रचलन धीरे धीरे युवाओं के सर चढ़कर बोल रहा है। आखिर क्यों तमनार पुलिस मुखदर्शक बनी हुई खुलेआम जुआ का चलन इस क्षेत्र में बढ़ता जा रहा है, जुआ से मिला पैसों का सदुपयोग कभी नही होता इस कारण यह भी देखने को मिल रहा है तमनार क्षेत्र में मेडिकल नशा अवैध दारू विक्रय जैसे मादक पदार्थ की खुब मांग होती है, लगातार कार्रवाई के बाद भी पुलिस के हाथ मुख्य सरगना से दुर ही है? क्या तमनार थाना जुआ मुक्त क्षेत्र हो पायेगा या सह संरक्षण में समाज को खोखला करने वाले खुलेआम घुम घुम कर जुआ खुड़खुड़िया का गोरख धंधा चलाते रहेगें या इन गिरोह पर कड़ाई से कार्रवाई देखने को आगे मिलेगा।