bacheli News:बस्तरिया राज मोर्चा के संयोजक ने ली प्रेस वार्ता, कहा -NMDC का मुख्यालय बस्तर में लाया जाये
- Sanjay Sahu
- 21 Sep, 2024
bacheli News:बस्तरिया राज मोर्चा के संयोजक ने ली प्रेस वार्ता, कहा -NMDC का मुख्यालय बस्तर में लाया जाये
bacheli News:फकरे आलम/बचेली मनीष कुंजाम-संयोजक ने बचेली स्थित आदिवासी विश्राम भवन में प्रेस वार्ता कर एनएमडीसी मुख्यालय के नाम बचेली अधिशासी के द्वारा ज्ञापन सौपा उक्त ज्ञापन को लेने सहायक महाप्रबंधक कार्मिक एम तिरूपति राव को दिया। यह कि NMDC का मुख्यालय बस्तर में लाने की मांग वर्षों पुरानी है, छत्तीसगढ़ का विभाजन नहीं हुआ था तब मध्यप्रदेश विधान सभा में सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित कर केन्द्र सरकार को भेजा गया था। बस्तर में अलग-अलग संगठनों, व्यक्तियों द्वारा समय-समय पर बस्तर में मुख्यालय लाने की मांग किया जाता है लेकिन इस मांग पर NMDC व केन्द्र सरकार का नजरिया एक सिरे से खारिज करने की रही है।
bacheli News:बैलाडिला व दन्तेवाड़ा में NMDC में स्थानीय उम्मीदवारों को भर्ती में लेने की मांग अक्सर किया जाता है। वर्ष 2008-09 में विशेष भर्ती के तहतु वहीं के लोगों को लिया गया था, उस समय की परिस्थिति भी विशेष थी, NMDC प्रबंधन को मजबूर होकर ऐसी भर्ती करनी पड़ी थी, लेकिन उसके बाद जितनी भर्तियां हुई उसमें बस्तर के स्थानीय उम्मीदवारों को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया।
bacheli News:ये केवल खलासी पदों की भर्तियों की बात कर रहे हैं, उच्च पदों पर तो यहाँ के लोगों को लिया ही नही जाता है। अभी बस्तर के अन्दर मूल निवासी समुदायों में काफी इंजीनियरिंग व अन्य तकनीकी शिक्षा प्राप्त युवा है। अनेकों ऐसे युवा आवेदन करते हैं लेकिन उनको भर्तियों में नहीं लिया जाता है, फिर एक ही सवाल लोग करते हैं कि मुख्यालय हैदराबाद है यदि मुख्यालय यहाँ होता तो अवश्य लगता।
हमारी मांगे इस प्रकार हैं-
1) NMDC का मुख्यालय बस्तर में लाया जाये।
2) 3) सभी खलासी पदों में बस्तर के स्थानीय युवाओं को सत् प्रतिशत लिया जाये। उच्च पदों पर बस्तर के तकनीकी शिक्षा प्राप्त युवाओं के लिये आरक्षण दिया जायें।
bacheli News:4) खदानों से निकलने वाला लाल पानी की समस्या का हल अभी तक नहीं हो पाया है जो भी क्षतिपूर्ति पहाड़ के पूर्वी हिस्से के लोगो को मिलता वह भी पूरे लोगों को नहीं। पश्चिम हिस्से में 40 से 50 गांव लाल पानी व ध्वनि प्रदूषण से ग्रस्त है, उन गांवो का अभी तक सर्वे भी नहीं हो पाया। सर्वे तत्काल कर 25 वर्ष पूर्व से उनको क्षतिपूर्ति दिया जायें।
bacheli News:5) ठेका में जो मजदूर लगायें जाते हैं उनमें भी स्थानीय युवाओं की घोर उपेक्षा कर बाहर के लोगों को लगाया जाता है। इस परम्परा को बंद कर स्थानीय लोगों को लगाया जायें।इस मांगों पर निगम को तत्काल विचार करना होगा अन्यथा अनवरत् आंदोलन का सामना करना पढ़ेगा जिसकी जिम्मेदारी निगम प्रबन्धन की होगी।