UP News : हाईवे पर सैन्यकर्मी की पिटाई, भूनी टोल पर बवाल, ग्रामीणों का हंगामा, 6 आरोपी गिरफ्तार

UP News : मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ-करनाल हाईवे पर भूनी टोल प्लाजा रविवार देर रात रणभूमि में तब्दील हो गया, जब टोल कर्मियों और कुछ युवकों ने राजपूत रेजिमेंट के जवान कपिल सिंह और उनके चचेरे भाई शिव के साथ न केवल अभद्रता की, बल्कि बर्बर तरीके से मारपीट भी की। इस घटना से गंभीर रूप से घायल हुए जवान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सोमवार सुबह जैसे ही यह खबर क्षेत्र में फैली, गुस्साए ग्रामीणों ने टोल प्लाजा पर जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ के बाद गाड़ियों को टोल फ्री करवा दिया। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, कपिल सिंह हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर से छुट्टी पर अपने गांव आए थे और रविवार रात दिल्ली एयरपोर्ट से श्रीनगर ड्यूटी के लिए रवाना हो रहे थे। भूनी टोल प्लाजा पर उनकी कार को रोककर टोल कर्मियों ने कथित तौर पर अभद्र व्यवहार किया। लंबी कतार और समय की कमी के कारण कपिल ने कर्मियों से वाहन हटाने की अपील की, लेकिन विवाद बढ़ गया। टोल कर्मियों और कुछ स्थानीय युवकों ने कपिल और उनके भाई शिव को खंभे से बांधकर लाठी-डंडों से पिटाई की। एक कर्मी ने ईंट से हमला करने की कोशिश भी की। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसने पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैला दिया।
ग्रामीणों का गुस्सा, टोल पर हंगामा-
सोमवार सुबह जैसे ही घटना की खबर फैली, बड़ी संख्या में ग्रामीण टोल प्लाजा पर जमा हो गए। गुस्साए लोगों ने टोल पर जमकर तोड़फोड़ की और टोल वसूली रोककर गाड़ियों को फ्री करवा दिया। ग्रामीणों का कहना था कि देश की सीमा पर तैनात जवान के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने टोल वसूलने वाली कंपनी धर्म सिंह एंड कंपनी का लाइसेंस निरस्त करने की मांग की।
पुलिस का एक्शन, 6 आरोपी गिरफ्तार-
बढ़ते बवाल की सूचना पर एसपी देहात राकेश मिश्रा कई थानों की पुलिस फोर्स और अतिरिक्त बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने आक्रोशित भीड़ को समझाने की कोशिश की और स्थिति को नियंत्रित किया। दोपहर तक पुलिस ने छह आरोपियों सचिन (30), विजय (25), अनुज (28), अंकित (26), सुरेश राणा (56), और अंकित शर्मा (28) को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से कुछ टोल कर्मी हैं, जबकि अन्य स्थानीय युवक बताए जा रहे हैं। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अन्य आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
NHAI ने लगाया 20 लाख का जुर्माना-
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए टोल वसूलने वाली कंपनी पर 20 लाख रुपये का जुर्माना लगाया और उनके कॉन्ट्रैक्ट को खत्म करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। NHAI ने कहा कि कंपनी अपने कर्मचारियों को नियंत्रित करने और अनुशासन बनाए रखने में विफल रही, जो कॉन्ट्रैक्ट का उल्लंघन है।