CG News: छत्तीसगढ़ के इन जिलों में होगी बारिश, 28 जिलों में ऑरेंज-यलो अलर्ट… आकाशीय बिजली गिरने की घटना भी हो सकती है…

CG News: रायपुर। छत्तीसगढ़ में एकबार फिर जोरदार बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। वहीं 25 सितंबर के आस-पास बंगाल की खाड़ी के पूर्वी-मध्य और उससे सटे उत्तरी हिस्से में भी एक कम दबाव का क्षेत्र बनने का अनुमान है। इस वेदर सिस्टम के प्रभाव से छत्तीसगढ़ समेत अन्य हिस्सों में जोरदार बारिश हो सकती है। इधर मौसम विभाग ने 28 जिलों के लिए ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। यहां बारिश के साथ मेघगर्जन होने, आकाशीय बिजली गिरने की घटना हो सकती है। हवा की रफ्तार 30 से 40 किमी प्रति घंटे चलने की संभावना है। बारिश का मुख्य क्षेत्र उत्तर, दक्षिण और मध्य क्षेत्र के जिले हो सकते हैं।
CG News: मौसम विभाग के मुताबिक सुकमा, बीजापुर, दक्षिण बस्तर दंतेवाड़ा, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव, उत्तर बस्तर कांकेर, धमतरी, बालोद,राजनांदगांव, गरियाबंद, महासमुंद, रायपुर, बलौदा बाजार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़, बिलासपुर, कोरबा, जशपुर, दुर्ग, बेमेतरा, मुंगेली, सुरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, कबीरधाम, कोरिया जिले के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान मेघगर्जन के साथ आकाशीय बिजली गिरने की घटना हो सकती है। हवा की रफ्तार 30-40 किमी प्रति घंटे हो सकती है। मौसम विभाग ने यह अलर्ट आगामी तीन घंटों के लिए जारी किया है।
CG News: सिनोप्टिक सिस्टम
– दक्षिण-पश्चिम दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा 31°N/74°E, भटिंडा, फातिमाबाद, पिलानी, अजमेर, दीसा, भुज और 23°N/68°E से होकर गुजर रही है।
– म्यांमार-दक्षिण बांग्लादेश तटों से सटे उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण, जो औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है, बना हुआ है। इसके प्रभाव में, अगले 24 घंटों के दौरान उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
– 25 सितंबर के आसपास पूर्वी मध्य और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक और नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए, इसके 26 सितंबर के आसपास दक्षिण ओडिशा-उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों से दूर उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक अवदाब में बदलने की प्रबल संभावना है। इसके 27 सितंबर के आसपास दक्षिणी ओडिशा-उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटों को पार करने की प्रबल संभावना है।
– उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी और समीपवर्ती म्यांमार-दक्षिण बांग्लादेश तटों से होते हुए उत्तरी तमिलनाडु और समीपवर्ती दक्षिण आंध्र प्रदेश तटों तक ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण से लेकर मध्य बंगाल की खाड़ी के पार औसत समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किमी ऊपर तक एक गर्त बना हुआ है।