MP News : इंदौर ट्रक हादसे पर सीएम मोहन यादव का एक्शन, ACP, ASI सहित 5 अफसर सस्पेंड, DCP अटैच, मृतकों को 4 लाख सहायता

- Rohit banchhor
- 16 Sep, 2025
मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की गई है।
MP News : इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में सोमवार शाम हुए भयावह ट्रक हादसे के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा दिया है। हादसे में दो मासूमों की मौत और 12 से अधिक लोगों के घायल होने की घटना पर सीएम ने तुरंत संज्ञान लेते हुए ACP, ASI समेत कई अधिकारियों को निलंबित कर दिया। साथ ही DCP को भोपाल अटैच कर दिया गया। पीड़ित परिवारों को तत्काल राहत देने के लिए मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की गई है।
बता दें कि सोमवार शाम एरोड्रम थाना क्षेत्र के रामचंद्र नगर में एक तेज रफ्तार ट्रक अनियंत्रित हो गया, जिससे सड़क पर खड़े लोगों पर बुरी तरह चढ़ गया। घटनास्थल पर खून से सन गया सड़क, बच्चों और महिलाओं की चीखें और घायलों की हालत देखकर हर कोई स्तब्ध रह गया। इस दुखद हादसे में दो मासूम बच्चे अपनी जान गंवा बैठे, जबकि 12 से अधिक लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। आम लोग और एक ऑटो चालक ने घायलों को बचाने के लिए साहसिक कार्य किया। खबर मिलते ही भोपाल से सीएम डॉ. मोहन यादव ने हाई-लेवल जांच कमेटी गठित कर दी, जिसकी प्रारंभिक रिपोर्ट में कई स्तरों पर लापरवाही उजागर हुई।
अफसरों पर गिरी सख्त सजा-
मुख्यमंत्री ने बिना देर किए कार्रवाई का ऐलान किया। पुलिस उपायुक्त (यातायात) अरविंद तिवारी को तत्काल पद से हटा कर भोपाल मुख्यालय अटैच कर दिया गया। सहायक पुलिस आयुक्त (ACP) सुरेश सिंह, सहायक सब इंस्पेक्टर (ASI) प्रेम सिंह (बिजासन प्रभारी), सूबेदार चंद्रेश मरावी (सुपर कॉरिडोर प्रभारी) और निरीक्षक दीपक यादव (एरोड्रम) को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। हादसे के समय ड्यूटी पर मौजूद चारों कांस्टेबल को भी लाइन हाजिर कर दिया गया। सीएम ने कहा, "यह हादसा सिस्टम की नाकामी का प्रतीक है। जिम्मेदारों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।"
कलेक्टर कार्यालय में सीएम की समीक्षा बैठक-
मंगलवार को सीएम डॉ. मोहन यादव सीधे इंदौर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने अधिकारियों, पुलिस महकमे और जनप्रतिनिधियों के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक की। बैठक में सीएम ने साफ लहजे में कहा, "ऐसी लापरवाही भविष्य में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पीड़ितों को पूर्ण न्याय मिलेगा और सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।" प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमत्री ने हादसे को हृदयविदारक बताते हुए अपनी बेचैनी जाहिर की और कहा कि वे रात भर इस घटना से व्यथित रहे।
पीड़ितों के लिए राहत पैकेज और सम्मान-
पीड़ित परिवारों को तत्काल राहत प्रदान करने के उद्देश्य से सीएम ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और घायलों को 1-1 लाख रुपये की मदद की घोषणा की। इसके अलावा, घायलों का समस्त इलाज राज्य सरकार वहन करेगी। हादसे के दौरान साहस दिखाने वाले ऑटो चालक को विशेष पुरस्कार देने का भी वादा किया गया। सीएम ने कहा, "हमारा प्रशासन पीड़ितों के साथ खड़ा है।"
विस्तृत जांच के सख्त निर्देश-
मुख्यमंत्री ने ACS (होम) को निर्देश दिए हैं कि हादसे की गहन जांच कर 48 घंटों के अंदर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि लापरवाही के हर पहलू की पड़ताल हो और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। साथ ही, भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ट्रैफिक मैनेजमेंट और पेट्रोलिंग व्यवस्था में सुधार के आदेश दिए गए हैं।