CG News: सांकरी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिप्रेक्ष्य में चेतना विकास मूल्य शिक्षा कार्यशाला संपन्न, शिक्षा के उद्देश्यों पर हुई विस्तार से चर्चा
CG News: बालोद: बालोद जिले के गुण्डरदेही विकासखंड के मोंगरी संकुल के अंतर्गत ग्राम सांकरी में दिनांक 22 और 23 दिसंबर 2025 को SCERT के तत्वावधान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिप्रेक्ष्य में “चेतना विकास मूल्य शिक्षा” विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला माध्यमिक शाला उत्सवपारा सांकरी में संपन्न हुई, जिसमें सभी प्रधानपाठक, शिक्षक, संकुल समन्वयक ओमकार प्रसाद पटौदी, सरपंच हरिशंकर जोशी, पंचगण तथा अभिभावक सक्रिय रूप से शामिल हुए।

CG News: प्रबोधकों के रूप में गौरीकान्ता साहू, अमिता सोनवानी, कृष्ण मोहन पटेल तथा शिव कुर्रे ने कार्यशाला का संचालन किया। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मूल सिद्धांतों को ध्यान में रखते हुए शिक्षा के उद्देश्यों पर विस्तार से चर्चा की। शिक्षा का लक्ष्य बच्चों को भारतीय ज्ञान परंपरा से जोड़ना, उनका चरित्र निर्माण करना, सार्वांगीण विकास सुनिश्चित करना, जिज्ञासु और खोजी प्रवृत्ति विकसित करना, समावेशी और सतत टिकाऊ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना, तार्किक चिंतन सिखाना, श्रम का सम्मान करना, विषयों के अंतरसंबंध स्थापित करना तथा रोजगारोन्मुखी शिक्षा देना बताया गया। यह सब चेतना विकास मूल्य शिक्षा के माध्यम से ही संभव है, जिसकी विषयवस्तु मध्यस्थ दर्शन सह-अस्तित्ववाद (साथ-साथ जीना सिखाने वाली शिक्षा) के प्रणेता अग्रहर नागराज शर्मा द्वारा विकसित की गई है।
CG News: कार्यशाला में चेतना विकास मूल्य शिक्षा के कुछ महत्वपूर्ण सूत्रों पर गहन विमर्श हुआ। इनमें “मेरी उपयोगिता ही मेरा सम्मान है”, “अध्यापक वह है जो हर बच्चे के अभिभावक बनने की योग्यता संपन्न हो जाए”, “हम शिक्षक क्यों बने?”, “मानव जानबूझकर गलती नहीं करता, नासमझीवश गलती हो जाती है”, शिक्षा से अपेक्षाएं, सुख क्या है, मानव की आवश्यकताएं क्या हैं और उन्हें कैसे प्राप्त किया जा सकता है आदि बिंदु शामिल थे।

CG News: प्रबोधक अमिता सोनवानी ने माध्यमिक शाला सांकरी के 17 छात्रों के साथ चेतना विकास मूल्य शिक्षा की कक्षा ली, जिसमें मानव की चाहना, लक्ष्य, संबोधन, सहयोग, आज्ञापालन तथा मन आदि विषयों पर चर्चा की गई। वहीं अभिभावक विद्यालय उत्सवपारा सांकरी में शिक्षकों के साथ मानव की आवश्यकताओं पर विचार-विमर्श किया गया, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि मानव की भौतिक आवश्यकताएं सीमित हैं जबकि जीवन की आवश्यकताएं असीमित हैं।
CG News: इस कार्यशाला से चार प्रबोधक, आठ प्रधानपाठक, आठ शिक्षक, संकुल समन्वयक ओमकार प्रसाद पटौदी, सरपंच हरिशंकर जोशी, छह पंच, 17 छात्र तथा अभिभावक सुरेश नेताम, हेमलता और लोकेश यादव सहित कुल लगभग 25 वयस्क और 17 बच्चे लाभान्वित हुए। कार्यशाला ने सभी प्रतिभागियों में मूल्य आधारित शिक्षा के प्रति नई चेतना और उत्साह जगाया।

