UP News : अयोध्या में श्रीराम की दिव्य प्रतिमा का आगमन, सोने-हीरे से जड़ी पाँच कुंटल वजनी मूर्ति होगी स्थापित
UP News : अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में एक और ऐतिहासिक और भव्य अध्याय जुड़ने जा रहा है। प्रभु श्रीराम की सोने, हीरे और बहुमूल्य रत्नों से निर्मित विशेष प्रतिमा अयोध्या पहुंच चुकी है। करीब पाँच कुंटल वजनी यह भव्य प्रतिमा करोड़ों रुपये मूल्य की बताई जा रही है, जिसे विशेष रूप से कर्नाटक में तैयार कराकर अयोध्या लाया गया है। यह प्रतिमा राम मंदिर परिसर में संत तुलसीदास मंदिर के समीप स्थित अंगद टीला पर स्थापित की जाएगी।
UP News : प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह कोई साधारण मूर्ति नहीं है, बल्कि इसमें कीमती रत्न जड़े हुए हैं और इसका निर्माण अत्यंत कलात्मक व पारंपरिक शिल्प के साथ किया गया है। प्रतिमा की स्थापना के बाद विधिवत अनावरण किया जाएगा, जिसे लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह है।
UP News : प्रतिष्ठा द्वादशी महोत्सव को लेकर अंगद टीला परिसर में तैयारियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भूमि पूजन किया। इस अवसर पर ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र सहित आयोजन समिति के सदस्य नरेंद्र, डॉ. चंद्र गोपाल पांडेय, धनंजय पाठक और हेमेंद्र उपस्थित रहे। भूमि पूजन के बाद धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजनों के लिए पंडाल, मंच और साज-सज्जा का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।
UP News : ट्रस्ट की ओर से जारी जानकारी के मुताबिक अंगद टीला परिसर में प्रतिष्ठा द्वादशी के धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम 29 दिसंबर 2025 से 2 जनवरी 2026 तक आयोजित किए जाएंगे। वहीं मंदिर के गर्भगृह में होने वाले श्रीराम अभिषेक, श्रृंगार, भोग और प्राकट्य आरती जैसे धार्मिक आयोजन प्रतिदिन सुबह 9:30 बजे से दोपहर आरती तक संपन्न होंगे। इन आयोजनों का दूरदर्शन पर सीधा प्रसारण भी किया जाएगा।
UP News : इसके साथ ही 27 दिसंबर से 31 दिसंबर 2025 तक यज्ञशाला में मंडल पूजा का आयोजन होगा, जिसके मुख्य आचार्य श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य जगद्गुरु मध्वाचार्य श्री विश्व प्रसन्न तीर्थ स्वामी होंगे।
UP News : इस बीच राम मंदिर के प्रथम तल पर विराजमान श्रीराम, माता सीता और पूरे राम दरबार के नामकरण को लेकर भी अहम निर्णय लिया गया है। ट्रस्ट की कार्यकारिणी बैठक में सर्वसम्मति से ‘राम दरबार’ के स्थान पर ‘राम परिवार’ नाम को स्वीकृति दी गई है। इसके बाद श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र की आधिकारिक वेबसाइट को अपडेट करने की तैयारी शुरू हो गई है। फिलहाल जारी हो रहे दर्शन पास पर अभी ‘राम दरबार दर्शन’ ही अंकित है, जिसे जल्द ही सिस्टम अपडेट के बाद ‘राम परिवार’ के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

