H-1B Visa: भारतीयों के लिए टूटा अमेरिका का ख्वाब, लॉटरी सिस्टम खत्म, आज से बदल गए H-1B वीजा के नियम
- Pradeep Sharma
- 24 Dec, 2025
H-1B Visa: वाशिंगटन/नई दिल्ली। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने H-1B वर्क वीजा के लिए पुरानी रैंडम लॉटरी सिस्टम को खत्म करने का ऐलान कर दिया है. इसके बजाय एक नया 'वेटेड सिलेक्शन' सिस्टम लाया जाएगा
H-1B Visa: वाशिंगटन/नई दिल्ली। अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने H-1B वर्क वीजा के लिए पुरानी रैंडम लॉटरी सिस्टम को खत्म करने का ऐलान कर दिया है. इसके बजाय एक नया 'वेटेड सिलेक्शन' सिस्टम लाया जाएगा, जो ज्यादा स्किल्ड और ज्यादा सैलरी वाले विदेशी वर्कर्स को प्राथमिकता देगा।
H-1B Visa: US डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) और US सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज (USCIS) ने यह नया नियम जारी किया है। USCIS के स्पोक्सपर्सन मैथ्यू ट्रेजेसर ने कहा, पुराने रैंडम लॉटरी सिस्टम का फायदा उठाकर कई अमेरिकी कंपनियां कम सैलरी पर विदेशी वर्कर्स ला रही थीं, जो अमेरिकी वर्कर्स से कम पैसे पर काम करने को तैयार थे।
H-1B Visa: ट्रंप प्रशासन का कहना है कि पुराने सिस्टम का गलत इस्तेमाल हो रहा था। कंपनियां एंट्री-लेवल जॉब्स दिखाकर कम सैलरी पर विदेशी वर्कर्स लाती थीं, भले ही उनके पास ज्यादा एक्सपीरियंस हो। इससे अमेरिकी वर्कर्स की जॉब्स और सैलरी पर असर पड़ता था। नया सिस्टम अमेरिका फर्स्ट पॉलिसी के तहत है, जो हाई-स्किल्ड टैलेंट को बढ़ावा करेगा।
H-1B Visa: भारतीय वर्कर्स पर क्या असर पड़ेगा
भारतीय प्रोफेशनल्स H-1B वीजा के सबसे बड़े यूजर्स हैं। इस बदलाव से एंट्री-लेवल या कम सैलरी वाले युवा भारतीयों के लिए वीजा मिलना मुश्किल हो जाएगा। वहीं, हाई-पेड और सीनियर रोल्स वाले एक्सपीरियंस्ड वर्कर्स को फायदा होगा। इस साल अमेजन सबसे ज्यादा (10,000+) H-1B वीजा लेने वाली कंपनी थी, उसके बाद TCS, माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल और गूगल शामिल हैं।

