CG News : किसानों को मिलेट खेती से जोड़ने का प्रयास, नाबार्ड के सहयोग से विशेष प्रशिक्षण आयोजित
- Rohit banchhor
- 25 Oct, 2024
प्रशिक्षण के अंत में नाबार्ड के जिला अधिकारी मिलियोर बडा ने जानकारी दी कि रायगढ़ जिले में 500 से अधिक किसान इस परियोजना से लाभान्वित हो रहे हैं।
CG News : गौरीशंकर गुप्ता, घरघोड़ा। मिलेट की उपयोगिता और औषधीय गुणों के कारण इसे दुनिया भर में सराहा जा रहा है, और भारत सरकार ने इसे ष्श्री अन्नष् के नाम से एक नई पहचान दी है। इसी दिशा में नाबार्ड ने रायगढ़ जिले में एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया है, जिसका उद्देश्य किसानों को मिलेट खेती से जोड़कर उनकी आर्थिक स्थिति सुधारना और मिलेट को मुख्य उत्पाद के रूप में स्थापित करना है।
CG News : 24 अक्टूबर को घरघोड़ा विकासखंड के नवाडीह में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में परियोजना समन्वयक कृपाल सिंह सिदार ने किसानों को मिलेट खेती की तकनीकों, देखभाल और प्रबंधन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसान स्थानीय बाजार में उचित मूल्य पर मिलेट बेच सकते हैं और लाख परियोजना क्षेत्र में स्थापित एफपीओ कृषि प्रभा के माध्यम से इसे बड़े स्तर पर विपणन किया जा सकता है। श्री सिदार ने किसानों को मिलेट के साथ लाख की खेती को भी आजीविका के एक स्थायी साधन के रूप में अपनाने का आग्रह किया।
CG News : जोहार कृषि केंद्र के मालिक बेडूधर पटेल ने किसानों के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि खेती में समय पर ध्यान देने से अधिक लाभ मिलता है। उन्होंने नाबार्ड की अन्य परियोजनाओं के बारे में भी किसानों को अवगत कराया।
CG News : प्रशिक्षण के अंत में नाबार्ड के जिला अधिकारी मिलियोर बडा ने जानकारी दी कि रायगढ़ जिले में 500 से अधिक किसान इस परियोजना से लाभान्वित हो रहे हैं। कृषि प्रभा ऐगोविज नामक किसान उत्पादक संगठन के माध्यम से कोदो, कुटकी और रागी के उत्पाद को प्रोसेस कर बाजार में श्री अन्न के रूप में उपलब्ध कराया जा रहा है। श्री बडा ने बताया कि श्री अन्न को एफएसएसएआई की मान्यता प्राप्त है, जो इसकी गुणवत्ता और सुरक्षा को सुनिश्चित करता है।
CG News : प्रशिक्षण के दौरान संतोष कुमार बिशी ने बताया कि क्षेत्रीय स्तर पर श्री अन्न की मांग बढ़ रही है, और कोरबा, अंबिकापुर, रायपुर, बनारस सहित विभिन्न शहरों में इसकी आपूर्ति की जा रही है। बिंझवार राठिया ने प्रशिक्षण के समापन पर उपस्थित सभी किसानों को धन्यवाद दिया और नाबार्ड तथा जनमित्रम् कल्याण समिति को धन्यवाद देते हुए किसानों के लिए भविष्य में और अधिक प्रशिक्षण आयोजित करने की अपील की।

