नक्सलवाद की हार लोकतंत्र की जीत: झीरम में मतदान के लिए ग्रामीणों का जोश

बस्तर : छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में आज ग्राम सरकार के लिए दूसरे चरण का मतदान चल रहा है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी लोग लोकतंत्र के इस उत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। कोर नक्सल इलाके एलेंगनार से महज 6 किलोमीटर दूर झीरम गांव में ग्रामीणों का उत्साह देखते बन रहा है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दुर्गम रास्तों को पार कर युवा, बुजुर्ग और महिलाएं मतदान केंद्रों तक पहुंच रहे हैं। यहां बुलेट की गूंज पर बैलेट की ताकत हावी होती दिख रही है।
झीरम का इतिहास बेहद दर्दनाक रहा है। साल 2013 में इसी इलाके में नक्सलियों ने एक बड़े हमले को अंजाम दिया था, जिसमें 33 लोग, जिनमें कई कांग्रेसी नेता शामिल थे, बेरहमी से मार दिए गए थे। कभी माओवादी दहशत का गढ़ रहा यह गांव आज बदलाव की राह पर है।
लोगों में लोकतंत्र के प्रति भरोसा बढ़ता दिख रहा है। निर्वाचन आयोग ने झीरम में दो मतदान केंद्र स्थापित किए हैं, जहां झीरम और एलेंगनार के मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। बस्तर और सुकमा की सीमा पर बसे इस गांव में मतदान शांतिपूर्ण तरीके से जारी है।