IPS Dismissed : आईपीएस अधिकारी जसबीर सिंह बर्खास्त, सरकार पर कटाक्ष और अनुशासनहीनता के आरोप में कार्रवाई...

IPS Dismissed : नई दिल्ली। 1992 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी जसबीर सिंह को सरकार ने आखिरकार बर्खास्त कर दिया है। जसबीर सिंह पिछले पांच साल से अधिक समय से निलंबित थे और उन पर सरकार की नीतियों और कार्यप्रणाली पर खुलेआम बयान देने का आरोप था। उन्होंने 2019 में एक निजी वेबसाइट से बातचीत के दौरान शासन की नीतियों, एनकाउंटर नीति, अफसरों के तबादलों और अन्य मुद्दों पर सवाल उठाए थे। जसबीर सिंह का कहना था कि उन्हें बिना काम के वेतन दिया जा रहा है, जो कि सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग है।
IPS Dismissed : विवाद और निलंबन
सरकार ने जसबीर सिंह के बयान को अनुशासनहीनता मानते हुए फरवरी 2019 में उन्हें निलंबित कर दिया था। इसके बाद जब उनसे जवाब मांगा गया, तो उन्होंने बिना किसी अनुमति के छुट्टी पर जाने का निर्णय लिया, जिसके चलते उनके खिलाफ और भी कठोर कार्रवाई की गई। जसबीर सिंह का भ्रष्टाचार के मुद्दों पर कड़ा रुख और होमगार्ड विभाग में अपने कार्यकाल के दौरान सरकार की नीतियों पर असंतोष जताना भी विवाद का कारण बना।
IPS Dismissed : सेवाओं का समापन और अपील
जसबीर सिंह की बर्खास्तगी का निर्णय यूपीएससी द्वारा अनुमोदित हो गया है, जिससे उनकी सेवा बहाली की संभावनाएं बेहद कम हो गई हैं। उन्होंने इस निर्णय के खिलाफ राष्ट्रपति के समक्ष अपील की है, लेकिन मामला अभी भी सुनवाई में है।
IPS Dismissed : निलंबन के दौरान वेतन बंद
अब जसबीर सिंह को निलंबन के दौरान मिलने वाली आधी सैलरी भी बंद कर दी गई है। जसबीर सिंह की बर्खास्तगी का यह मामला उन अधिकारियों के लिए एक उदाहरण है, जो सरकारी नीतियों पर सार्वजनिक तौर पर सवाल उठाते हैं और बिना अनुमति के अनुशासनहीनता करते हैं।