एम्स भोपाल के डेंटिस्ट ने तैयार किया गम मसाजिंग ब्रश, मुंह के कई रोगों से बचाएगा...

- Rohit banchhor
- 24 Dec, 2024
तब से ही इस गम मसाजिंग ब्रश को आमजन तक पहुंचाने की दिशा में कार्य चल रहा है।
MP News : भोपाल। एम्स भोपाल में तैयार दुनिया का पहला गम मसाजिंग ब्रश जल्द ही दुकानों और शॉपिंग मॉल में दिखाई देगा। यही नहीं, आयुर्वेदिक उत्पाद कंपनी पतंजलि आयुर्वेद भी इस ब्रश की बिक्री कर सकती है। यह ब्रश नीम की लकड़ी और लौकी के लुफ्फा से बना है, जो ना केवल दांतों को साफ करेगा बल्कि मसूड़ों को भी स्वस्थ रखेगा। इस इनोवेशन के लिए एम्स के दंत चिकित्सा विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. अंशुल राय को भारत सरकार से अप्रैल माह में कॉपीराइट मिला था। तब से ही इस गम मसाजिंग ब्रश को आमजन तक पहुंचाने की दिशा में कार्य चल रहा है।
MP News : इस ब्रश को अपने नाम से बेचने के लिए तीन कंपनियों ने अपना रुझान जताया है। यह सभी मल्टी नेशनल कंपनियां हैं, जो आयुर्वेद से जुड़े और ऑर्गेनिक प्रोडक्ट का निर्माण करती है। इनमें से उस कंपनी का चयन किया गया है, जो सबसे कम कीमत में इसे मार्केट में ला सके। इसके अलावा बीच में इस ब्रश को एमएसएमई की मदद से मार्केट में उतारने की दिशा में भी सरकार के साथ कार्य किया जा रहा है। एम्स प्रबंधन का कहना है कि सरकार से जल्द मदद मिल जाती है, तो इसे नो प्रॉफिट नो लॉस की थीम पर लॉन्च किया जाएगा। इससे यह बेहद कम दर पर मार्केट में उपलब्ध होगा।
MP News : डॉ. अंशुल राय ने बताया कि अभी मार्केट में जितनी भी कंपनियों के ब्रश हैं, वह सभी सिर्फ दांतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किए गए हैं। यह मसूड़ों को चोट पहुंचाते हैं, जबकि मजबूत दातों के लिए स्वस्थ मसूड़े सबसे ज्यादा जरूरी होते हैं। जो लोग तेज और ज्यादा दबाव डाल कर ब्रश करते हैं, उनके मसूड़ों पर जख्म तक हो जाते हैं। इससे कई तरह की समस्याओं का जन्म होता है। जबकि एम्स द्वारा तैयार ब्रश मसूड़ों पर चलाने से उनकी मसाज होती है, जिससे मसूड़े में ब्लड सप्लाई अच्छी हो जाती है। इसके साथ ही वे पिल पिले नहीं होते हैं। इससे दांतों को भी मजबूती मिलती है।