CG News: सनातन के महा उत्सव में डूबा रहा मध्य भारत, CMD सुबोध सिंघानिया ने कहा- मां दुर्गा और श्रीराम का मिला आशीर्वाद… थैंक्स रायपुर… थैंक्स छत्तीसगढ़

CG News: रायपुर। एशियन न्यूज और न्यूजप्लस 21 द्वारा नवरात्रि पर आयोजित मध्य भारत के सबसे भव्य ‘रास गरबा-2025’ महोत्सव ने रायपुर सहित छत्तीसगढ़वासियों का दिल जीत लिया। इस उत्सव ने पूरे मध्य भारत को सनातन परंपरा में डूबा दिया। शक्ति की भक्ति और प्रभु श्रीराम के भजनों से पूरा रायपुर शहर झूमने लगा। हजारों की संख्या में श्रद्धालु मां दुर्गा की भक्ति में डूबे और गरबा-डांडिया की धुनों पर थिरके। भक्ति गीतों ने पूरे माहौल को आध्यात्मिक बनाया तो वहीं देश भक्ति गीतों ने उत्साह और उमंग का संचार कर दिया। रास गरबा महोत्सव ने भारत की प्राचीन संस्कृति और सनातन परंपराओं को जीवंत कर दिया।
CG News: एशियन न्यूज और न्यूजप्लस 21 के सीएमडी सुबोध सिंघानिया ने कहा कि नवरात्रि में रायपुर में 27 से 29 सितंबर तक सांस्कृतिक उत्सव और सनातन परंपराओं को जीवंत करने वाले रास-गरबा 2025 का आयोजन किया गया। मध्य भारत के इस सबसे भव्य महोत्सव के लिए ओमाया गार्डन रिज़ॉर्ट को मां शक्ति की भक्ति के अनुरूप भव्य रूप से सजाया गया था। रंग-बिरंगे फूलों, दीपों और पारंपरिक सजावट से सजा यह दरबार भक्तों को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभव प्रदान कर रहा था। मातारानी के इस महा उत्सव का हिस्सा एक आम आदमी से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय तक बने। कई मंत्री, भाजपा-कांग्रेस के विधायक और नेता, प्रशासनिक और पुलिस के अफसर इस उत्सव में शामिल हुए। जनता के इस ऐतिहासिक स्नेह, सहयोग और प्यार को कोटि-कोटि नमन… और धन्यवाद…।
CG News: नृत्य, भक्ति और संस्कृति का संगम नवरात्रि के दौरान रास गरबा-2025 का उत्साह चरम पर रहा। इस उत्सव में नृत्य, भक्ति और सामाजिक एकता का अनोखा संगम देखने को मिला। पारंपरिक वेशभूषा में अपने परिवार और दोस्तों के साथ आए श्रद्धालु सनातन संस्कृति का हिस्सा बनें। एशियन न्यूज और न्यूजप्लस 21 का यह आयोजन न सिर्फ गरबा और डांडिया का उत्सव था, बल्कि सनातन संस्कृति को बढ़ावा देने का एक मजबूत संकल्प भी रहा। रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के लोग इस सनातन परंपरा के संवाहक भी बने।
CG News: ऐतिहासिक आयोजन भारी प्रशंसा
मध्य भारत के इस सबसे भव्य रास गरबा उत्सव ने सबका मन मोह लिया। माता रानी की भक्ति, सनातन परंपरा और संस्कृति से जुड़ने के साथ उपहारों की बौछार ने इस उत्सव को ऐतिहासिक बना दिया। तीन दिनों में श्रद्धालुओं को कैश, सोने के सिक्के और लाखों रुपये के उपहार बांटे गए। इस उत्सव के साक्षी बने श्रद्धालुओं ने एशियन न्यूज और न्यूजप्लस 21 के कार्यक्रम को ऐतिहासिक बताते हुए और खुद को इसका हिस्सा बनने पर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।