UP Accident : भीषण सड़क हादसा, रोडवेज बस 20 फीट गहरी खाई में गिरी, 5 की मौत, 20 घायल

UP Accident : लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के काकोरी क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें हरदोई से लखनऊ आ रही एक रोडवेज बस अनियंत्रित होकर 20 फीट गहरी खाई में पलट गई। इस हादसे में 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक यात्री घायल हो गए। बस में लगभग 54 यात्री सवार थे। हादसे के बाद कई लोग बस के नीचे दब गए, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
UP Accident : टैंकर से टक्कर और सड़क निर्माण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा उस समय हुआ जब सड़क पर चल रहे निर्माण कार्य के दौरान एक टैंकर से पानी का छिड़काव हो रहा था। टैंकर पर रिफ्लेक्टर नहीं होने के कारण अंधेरे में बस चालक उसे देख नहीं सका। टैंकर को बचाने की कोशिश में बस अनियंत्रित होकर टकरा गई और खाई में जा गिरी। इस हादसे में तीन बाइक सवार भी बस के नीचे दब गए, जिन्हें गंभीर चोटें आईं।
UP Accident : राहत और बचाव कार्य
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग राहत और बचाव कार्य में जुट गए। पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं, और क्रेन की मदद से बस को सीधा किया गया। घायलों को तुरंत काकोरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) ले जाया गया, जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों को ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया। लखनऊ की डीएम विशाख जी ने घटनास्थल का दौरा कर राहत कार्यों का जायजा लिया और घायलों के समुचित उपचार के निर्देश दिए।
UP Accident : सीएम योगी ने लिया संज्ञान
हादसे की खबर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंची। उन्होंने इस घटना पर दुख जताया और जिला प्रशासन को घायलों के त्वरित उपचार के लिए हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए। सीएम ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की।
UP Accident : प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया हादसे का मंजर
स्थानीय लोगों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सड़क पर अंधेरा होने और टैंकर पर रिफ्लेक्टर न होने के कारण चालक को टैंकर दिखाई नहीं दिया। अचानक टैंकर सामने आने पर चालक ने बस को बचाने की कोशिश की, लेकिन बस बेकाबू होकर खाई में जा गिरी। हादसे के बाद बस के नीचे दबे लोगों को निकालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
UP Accident : पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में सड़क निर्माण और टैंकर पर रिफ्लेक्टर की कमी को हादसे का प्रमुख कारण माना जा रहा है। प्रशासन ने सड़क निर्माण के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने के लिए कड़े कदम उठाने की बात कही है।