Cross-border terrorism: अब नहीं होगी पाकिस्तान से बातचीत, जयशंकर की दो टूक, क्रॉस-बॉर्डर आतंकवाद बर्दाश्त नहीं
- Pradeep Sharma
- 30 Aug, 2024
Cross-border terrorism: विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S Jaishankar) ने शुक्रवार को पाकिस्तान को लेकर भारत का रुख साफ किया।
नई दिल्ली। Cross-border terrorism: विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S Jaishankar) ने शुक्रवार को पाकिस्तान को लेकर भारत का रुख साफ किया। विदेश मंत्री ने कहा कि अब पाकिस्तान से बिना रुकावट बातचीत का दौर खत्म हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत अब पड़ोसी देश की हर गतिविधि पर नजर रखेगा। अगर कुछ गलत हुआ तो तुरंत जवाब भी देगा। जयशंकर ने दिल्ली में एक निजी कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। पाकिस्तान नीति में बदलाव का संकेत है।
Cross-border terrorism: आतंकवाद के खिलाफ सख्त चेतावनी
एस जयशंकर ने पाकिस्तान और वहां के उन तत्वों को कड़ी चेतावनी दी है जो भारत के खिलाफ आतंकवादी हमलों का समर्थन करते हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि किसी भी एक्शन के कुछ नतीजे भी होते हैं। भारत अब ऐसे मामलों में चुप नहीं बैठेगा। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत अब नकारात्मक और सकारात्मक दोनों ही घटनाओं पर तुरंत जवाब देगा।
Cross-border terrorism: जम्मू-कश्मीर चुनाव पर भी पड़ सकता है असर
जयशंकर का यह बयान ऐसे समय में आया है जब जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनावों के पहले कई राजनीतिक दल, जैसे नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी, पाकिस्तान के साथ बातचीत बहाल करने की बात कह रहे हैं। वहीं, जयशंकर के इस बयान से जम्मू-कश्मीर चुनावों पर भी बड़ा असर हो सकता है। इसके साथ ही विदेश मंत्री ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान को लेकर भारत की नीति अब और सख्त हो चुकी है।
क्रॉस-बॉर्डर आतंकवाद पर भारत की सख्त नीति
जयशंकर ने साफ किया कि भारत अब किसी भी हालत में सीमा पार से होने वाले आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि बालाकोट एयरस्ट्राइक इसका एक उदाहरण है, जहां भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों के कैंप्स पर पर हमला किया था। जयशंकर ने कहा कि भारत अब किसी भी तरह के आतंकवादी हमलों का सख्त जवाब देगा।
बीजेपी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस पर उठाए सवाल
Cross-border terrorism: बता दें कि बीजेपी ने नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी जैसी पार्टियों पर निशाना साधा है। गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या कांग्रेस आतंकवाद का समर्थन करती है। आखिर नेशनल कांफ्रेंस पाकिस्तान से क्यों बात करना चाहती है? जम्मू-कश्मीर चुनाव के लिए जारी घोषणापत्र में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने पाकिस्तान से बातचीत दोबारा शुरू करने का वादा किया है।