डीआईजी बंगला चौराहा पर पिछले 40 साल से सुलभ शौचालय का इंतजार, व्यापारियों के साथ ग्राहकों को हो रही परेशानी

- Rohit banchhor
- 24 Jan, 2025
उन्होंने अधिकारियों से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है ताकि लोगों को इस समस्या से निजात मिले।
MP News : भोपाल। राजधानी भोपाल को स्वच्छता में नंबर वन बनाने नगर निगम लाखों रुपए खर्च कर रहा है,लेकिन आज भी शहर में एक बड़ी आबादी शौचालय को लेकर परेशान हैं। शहर में मांग के अनुरूप सार्वजनिक शौचालय नहीं बनाए गए हैं जिससे लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। ताजा मामला पुराने भोपाल के डीआईजी बंगला चौराहा का है, यहां पर करीब 40 सालों से शौचालय की मांग की जा रही है लेकिन नगर निगम अभी तक सही जगह तलाश कर शौचालय नहीं बनवा पाई है।
MP News : स्थानीय लोगों की मानों तो डीआईजी बंगला इलाके में 18 निजी और 1 शासकीय अस्पताल,11 निजी सहित एक शासकीय स्कूल, पीजीबीटी गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज, 22 कोचिंग संस्थान के अलावा कई दुकानों और होटल मौजूद हैं। इसके अलावा यह चौराहा एक तरफ करोंद बैरसिया तो दूसरी तरफ रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड पुराने और नए भोपाल को जोड़ता है। यहां मरीजों के साथ आने वाले परिजन, स्कूल कॉलेज के विद्यार्थी एवं दुकानदारों को सुलभ कॉम्प्लेक्स या मूत्रालय की सुविधा के लिए इधर उधर भटकना पड़ता है। व्यापारी और स्थानीय लोग इस समस्या से खासे परेशान हैं।
MP News : बीते 35 वर्षों से चौराहे पर पान की दुकान चलाने वाले प्रेम नारायण ने बताया कि "पेशाब करने के लिए कोई भी सुलभ कॉम्प्लेक्स नहीं है। पेशाब आने पर दुकान से बहुत दूर जाना पड़ता है और खुले में जाना पड़ता है। यह न केवल असुविधाजनक है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है।"यहां आने वाले ग्राहक आम जन और व्यापारियो की मानें तो, खुले में पेशाब करने से बीमारियों का खतरा बढ़ता है। साथ ही, यह भी एक सामाजिक समस्या बनती जा रही है, क्योंकि दिनभर यहां बड़ी संख्या में लोग आते-जाते हैं, जो इस स्थिति को अव्यवस्थित बनाते हैं।
MP News : ऐसे में स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस दिशा में ठोस कदम उठाने का आग्रह किया है। स्थानीय समाजसेवियों और व्यापारियों ने इस समस्या को उठाते हुए कहा है कि भोपाल जैसे बड़े शहर में सुविधा जनक मूत्रालय की कमी बेहद चिंता का विषय है। उन्होंने अधिकारियों से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है ताकि लोगों को इस समस्या से निजात मिले।