नियुक्ति के बाद उम्र सीमा बनी बाधा, बीजेपी ने 50 मंडल अध्यक्षों को हटाया...

- Rohit banchhor
- 26 Dec, 2024
प्रदेश के कई क्षेत्रों जिनमें विंध्य और महाकौशल क्षेत्र से कई लोगों ने विरोध दर्ज कराया।
MP News : भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के संगठन पर्व के अन्तर्गत चल रहे संगठनात्मक चुनाव में हालही में मंडल अध्यक्षों के निर्वाचन की प्रक्रिया पूरी हुई है। मंडल अध्यक्षों के निर्वाचन को लेकर भाजपा ने 45 वर्ष आयु का क्राइटेरिया तैयार किया था। जिसमें करीब 50 मंडल अध्यक्षों की आयु इससे अधिक होने पर भाजपा ने इन्हें मंडल अध्यक्ष पद से हटा दिया है। मंडल अध्यक्षों के चुनाव में आयु के क्राइटेरिया और पिछले चुनाव में पार्टी विरोधी कार्य करने वाले नेताओं के खिलाफ पार्टी के क्षेत्रीय नेताओं का गुस्सा जमकर फूटा। इन नियुक्तियों को लेकर प्रदेश के कई क्षेत्रों जिनमें विंध्य और महाकौशल क्षेत्र से कई लोगों ने विरोध दर्ज कराया।
MP News : इसके बाद पार्टी ने इसकी सुनवाई के लिए एक अपील समिति का गठन किया। जिसमें वरिष्ठ नेता जगदीश अग्रवाल, पूर्व सांसद ढाल सिंह बिसेन एवं वेद प्रकाश शर्मा को शामिल किया गया। अपील समिति ने पहली बैठक में दावे आपत्तियों को लेकर शिकायतों को सुना जिसमें प्ररू प्रदेश से करीब दो सौ शिकायतें मिलीं। इसके बाद जिनके खिलाफ शिकायत दी गई थी उनसे उनकी आयु के प्रमाण-पत्र मांगे गए थे। 21 दिसम्बर को हुई इस बैठक में कई मंडल अध्यक्षों के द्वारा अपनी आयु के प्रमाण भी प्रस्तुत किए गए। इसके बाद अपील समिति ने अपना अभिमत देकर पार्टी संगठन को रिपोर्ट सौंप दी थी। जिस पर निर्णय लेते हुए पार्टी संगठन ने करीब 50 मंडल अध्यक्षों को बाहर कर दिया है।
MP News : महाकौशल एवं विंध्य में सबसे ज्यादा विरोध महाकौशल एवं विंध्य क्षेत्र में सबसे ज्यादा विरोध के स्वर उठे। यहां से कई मंडल अध्यक्षों के निर्वाचन को लेकर बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोगों ने अपनी शिकायत दर्ज कराई। जहां सिंगरौली में जयसिंह नगर मंडल अध्यक्ष के लिए निर्वाचित अध्यक्ष जयश्री काछेर के खिलाफ कई नेताओं ने अपील समिति के सदस्यों से मुलाकात कर पार्टी द्वारा तैयार क्राइटेरिया से उनकी उम्र अधिक होने के दस्तावेज दिखाए। विधायकों और विधानसभा प्रत्याशियों के लोगों को महत्व मंडल अध्यक्ष के चयन में जहां पार्टी ने परिवार बाद के खिलाफ विधायकों के परिजनों को इस पद पर निर्वाचित न करने के निर्देश दिए थे,
MP News : लेकिन अधिकांश विधानसभा क्षेत्र में विधायकों एवं विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे नेताओं की बात को महत्व दिया गया। दतिया जिले की भाण्डेर विधानसभा में चारों मंडल अध्यक्षों के चयन को लेकर पूर्व विधायक पति संत राम सिरोनिया ने सवालिया निशान लगाया है। उनका कहना था कि मंडल अध्यक्ष के निर्वाचन में जो लोग निर्वाचित किए गए हैं उनका पार्टी संगठन से कोई लेना-देना नहीं है। इसी तरह सिवनी जिले में भी विधायक मुनमुन राय के दवाब में मंडल अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। कुछ ऐसा ही हाल बैतूल का रहा जहां विधायक की पंसद के लोगों को मंडल अध्यक्ष बनाया गया है।