Gudi Padwa 2025 : हिंदू नववर्ष का अनोखा उत्सव है गुड़ी पड़वा, आइए जानें इसके खास रहस्य...

- Rohit banchhor
- 20 Mar, 2025
दान से न केवल आध्यात्मिक लाभ मिलता है, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि भी लाता है।
Gudi Padwa 2025 : डेस्क न्यूज। गुड़ी पड़वा, जो हिंदू नववर्ष की शुरुआत का प्रतीक है, इस साल 30 मार्च 2025 को रविवार के दिन धूमधाम से मनाया जाएगा। यह पर्व केवल उत्सव नहीं, बल्कि समृद्धि, सौभाग्य और आध्यात्मिक ऊर्जा का संगम है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि गुड़ी पड़वा के पीछे छिपे कुछ रोचक तथ्य और परंपराएं इसे और भी खास बनाती हैं? तो आइए, इस बार के गुड़ी पड़वा की अनोखी खबर और इसके महत्व को जानें।
Gudi Padwa 2025 : सृष्टि की शुरुआत और राम की विजय का दिन-
मान्यता है कि इसी दिन भगवान ब्रह्मा ने सृष्टि की रचना की और समय की गणना शुरू हुई। साथ ही, भगवान राम की रावण पर विजय और अयोध्या वापसी भी इसी दिन से जोड़ी जाती है। इसीलिए गुड़ी पड़वा को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। इस दिन लोग घरों में गुड़ी (विशेष झंडा) बनाकर फहराते हैं, जो विजय और खुशहाली का संदेश देती है।
Gudi Padwa 2025 : नीम-गुड़ का स्वाद और जीवन का संदेश-
गुड़ी पड़वा की एक अनोखी परंपरा है नीम की पत्तियों और गुड़ का मिश्रण खाना। यह न सिर्फ सेहत के लिए फायदेमंद है, बल्कि जीवन के खट्टे-मीठे अनुभवों को स्वीकार करने का प्रतीक भी है। इस बार, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि नीम-गुड़ का यह मिश्रण मौसमी बीमारियों से बचाव में भी मददगार हो सकता है।
Gudi Padwa 2025 : दान का विशेष महत्व- गुड़ी पड़वा के दिन दान करने का विशेष महत्व होता है। इसे हिंदू नववर्ष की शुरुआत माना जाता है, और इस दिन किए गए दान-पुण्य को अत्यंत शुभ माना जाता है। दान से न केवल आध्यात्मिक लाभ मिलता है, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि भी लाता है।