भाषा को लेकर बढ़ा विवाद, बस कंडक्टर की हुई पिटाई, क्या मामला यहाँ थमेगा ?

कर्नाटक: केएसआरटीसी कंडक्टर पर मराठी न बोलने के आरोप में हमला, बेलगावी में हुई घटना
कर्नाटक के बेलगावी जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां केएसआरटीसी (कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम) के एक कंडक्टर पर मराठी न बोलने के आरोप में हमला किया गया। पीड़ित कंडक्टर महादेव हुक्केरी ने बताया कि उन्हें बस में यात्रा कर रहे कुछ लोगों ने पीटा, जिसके बाद बस रुकने पर बाहर मौजूद करीब 50 लोगों ने भी उन पर हमला किया।
क्या हुआ घटना? महादेव हुक्केरी ने बताया कि वह बस में टिकट बांट रहे थे। बस में ज्यादातर महिला यात्री थीं। कर्नाटक सरकार की योजना के तहत महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा दी जाती है। हुक्केरी ने कहा, "एक महिला और उसके साथ एक पुरुष बस में सवार थे। महिला ने दो मुफ्त टिकट मांगे। मैंने उसे एक टिकट दिया और पूछा कि दूसरा टिकट किसके लिए चाहिए। उसने पुरुष की ओर इशारा किया। मैंने उन्हें बताया कि कर्नाटक में पुरुषों के लिए मुफ्त बस यात्रा की सुविधा नहीं है।" इसके बाद महिला और पुरुष ने हुक्केरी से मराठी में बात करने को कहा। हुक्केरी ने जवाब दिया कि वह मराठी नहीं जानते और उनसे कन्नड़ में बात करने को कहा। इस पर बस में मौजूद 6-7 लोगों ने हुक्केरी पर हमला कर दिया। जब बस रुकी, तो बाहर मौजूद करीब 50 लोगों ने भी उन्हें पीटा।
कंडक्टर ने जताई मजबूरी हुक्केरी ने कहा, "मैं मराठी नहीं जानता, इसलिए मैं उनसे कन्नड़ में बात करने को कहा। लेकिन उन्होंने मेरी बात नहीं मानी और मुझे पीटना शुरू कर दिया। बस रुकने के बाद बाहर मौजूद भीड़ ने भी मुझे नहीं छोड़ा।"
स्थानीय प्रशासन ने दर्ज की शिकायत इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने मामले की शिकायत दर्ज की है और जांच शुरू कर दी है। केएसआरटीसी प्रबंधन ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा है कि उनके कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
सामाजिक सद्भाव की जरूरत
इस घटना ने भाषाई और सांस्कृतिक संवेदनशीलता को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में सहनशीलता और सामाजिक सद्भाव बनाए रखना जरूरी है।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।