केरल में राजनीती गरमाई, प्रियंका गाँधी ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र, ये है पूरा मामला

प्रियंका गांधी वाड्रा ने केरल के मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, मानव-वन्यजीव संघर्ष पीड़ितों के परिवारों को मुआवजे में देरी पर उठाए सवाल
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) की महासचिव और वायनाड सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को पत्र लिखकर मानव-वन्यजीव संघर्ष में मारे गए लोगों के परिवारों को मुआवजा देने में हो रही देरी पर गंभीर चिंता जताई है। यह पत्र उन्होंने पीड़ितों के परिजनों द्वारा प्राप्त याचिकाओं के आधार पर लिखा है।
प्रियंका गांधी का पत्र
प्रियंका गांधी ने अपने पत्र में कहा कि मानव-वन्यजीव संघर्ष में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को मुआवजा देने में लंबी देरी की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह देरी पीड़ित परिवारों के लिए और अधिक कठिनाइयां पैदा कर रही है। उन्होंने केरल सरकार से तत्काल कार्रवाई करने और मुआवजा प्रक्रिया को तेज करने का आग्रह किया।
प्रियंका गांधी ने लिखा, "मुझे पीड़ित परिवारों से कई याचिकाएं प्राप्त हुई हैं, जिनमें उन्होंने मुआवजे में हो रही देरी के बारे में बताया है। यह देरी न केवल उनके दुख को बढ़ा रही है, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति को भी प्रभावित कर रही है। मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि इस मामले पर तत्काल ध्यान दें और पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाएं।"
मानव-वन्यजीव संघर्ष की समस्या
केरल, विशेष रूप से वायनाड क्षेत्र, में मानव-वन्यजीव संघर्ष एक गंभीर समस्या है। हाथियों, बाघों और अन्य वन्यजीवों के हमलों में कई लोगों की जान चली जाती है या वे गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। ऐसे मामलों में पीड़ितों के परिवारों को सरकार द्वारा मुआवजा दिया जाना चाहिए, लेकिन अक्सर इस प्रक्रिया में लंबी देरी होती है।
पीड़ित परिवारों की मांग
पीड़ित परिवारों ने प्रियंका गांधी से अपील की थी कि वे उनकी समस्याओं को सरकार के सामने उठाएं। उन्होंने कहा कि मुआवजे की राशि तुरंत दी जानी चाहिए ताकि वे अपने जीवन को फिर से संवार सकें। ### निष्कर्ष प्रियंका गांधी का यह पत्र केरल सरकार पर मानव-वन्यजीव संघर्ष पीड़ितों के परिवारों को तत्काल मुआवजा देने का दबाव बनाता है। अब देखना होगा कि केरल सरकार इस मामले पर क्या कदम उठाती है और क्या पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द न्याय मिल पाता है।