सौरभ शर्मा मामले में सामने आए डायरी के पन्ने, जीतू पटवारी का सवाल टीसी,टीएम और सी मतलब क्या ?

- Rohit banchhor
- 12 Jan, 2025
पटवारी ने कहा कि यह पैसा कहां जा रहा था, यह सवाल मध्य प्रदेश की जनता, विपक्ष और मीडिया सब जानना चाहते हैं।
MP News : भोपाल। मध्य प्रदेश में आरटीओ विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं। सौरभ शर्मा की कथित डायरी के कुछ पन्ने सोशल मीडिया पर इन दिनों तेजी से वायरल हो रहे हैं, दावा किया जा रहा है कि डायरी शर्मा की है।जिसमें कोड वर्ड में लिखा गया है। पूरे मामले को लेकर शुरू से ही आक्रामक नजर आ रही कांग्रेस ने सौरभ शर्मा की डायरी के पन्ने वायरल होने के बाद फिर हमले तेज़ कर दिए हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने जांच एजेंसियो को कटघरे में खड़ा किया है।
MP News : जीतू पटवारी ने आज अपने आवास पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहा कि सामने आए डायरी के 6 पन्नों में 1300 करोड़ का हिसाब-किताब सामने आया है। इसमें तीन नाम शॉर्ट फार्म में लिखे हुए है,टीसी, टीएम और सी। इनके आगे करोड़ों रुपए लिख हुए हैं,आखिर यह कौन है इसका पता क्यों नही लगाया गया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया की एजेंसियां इस मामले में लोगों को बचाने में जुट गई हैं। आखिर अब तक इस मामले में सौरभ शर्मा का पता क्यों नहीं लगाया जा सका और इसमें किसी भी गिरफ्तारी क्यों नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि तीन-तीन जांच एजेंसियां जांच कर रही हैं, लेकिन कोई अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
MP News : पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने पीएम नरेंद्र मोदी से आग्रह करते हुए कहा कि मामले में जल्द कार्रवाई की जाए। साथ ही सरकार सौरभ शर्मा को सुरक्षा प्रदान करें। जीतू पटवारी ने कहा कि सरकारी यह भी पता लगाएं कि सौरभ शर्मा इस समय कहां है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से जितनी देरी की जाएगी उतने सवाल उठते जाएंगे। पटवारी ने कहा कि सौरभ शर्मा के यहां पर लोकायुक्त, आयकर विभाग और ईडी ने छापेमारी की थी। जिसमें 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति, 11 करोड़ रुपए कैश और 52 किलो सोना बरामद हुआ था।
MP News : छापेमारी की कार्रवाई में एक डायरी का जिक्र हुआ था। इस डायरी को पब्लिक डोमेन में लाना चाहिए। पटवारी ने कहा कि डायरी के पन्नों पर 'टीएम' और 'टीसी' लिखा हुआ है। ये क्या हैं? क्या 'टीसी' का मतलब ट्रांसपोर्ट कमिश्नर है और 'टीएम' का मतलब ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर का कोड वर्ड है?' उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि बाकी के 60 पन्ने कहां हैं, क्योंकि पूरी डायरी 66 पन्नों की है। पटवारी ने कहा कि यह पैसा कहां जा रहा था, यह सवाल मध्य प्रदेश की जनता, विपक्ष और मीडिया सब जानना चाहते हैं।