₹800 के ऑमलेट पर सोशल मीडिया पर बवाल, लोगों ने पूछा- इतनी महंगी कीमत क्यों?

नई दिल्ली – सोशल मीडिया पर इन दिनों ₹800 के ऑमलेट और उस पर 18% जीएसटी को लेकर जबरदस्त बहस छिड़ गई है।
यह चर्चा तब शुरू हुई जब निवेशक किरण राजपूत ने एक लक्जरी होटल में मिले महंगे ऑमलेट का बिल सोशल मीडिया पर साझा किया।
इस पोस्ट ने फिर से पांच सितारा होटलों और रेस्टोरेंट्स में खाने-पीने की ऊंची कीमतों पर सवाल खड़ा कर दिया है।
₹800 का ऑमलेट? बहस की शुरुआत
किरण राजपूत ने अपने पोस्ट में लिखा, "क्या कोई बता सकता है कि एक साधारण प्लेन ऑमलेट की कीमत ₹800 + 18% जीएसटी क्यों है? इसकी असली कीमत ₹25 से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। यह 96.87% का मुनाफा है!"
उनकी इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर बहस तेज हो गई, जहां कुछ लोगों ने लक्जरी होटल की कीमतों की आलोचना की, जबकि कुछ ने इसे एक एक्सक्लूसिव अनुभव की कीमत बताया।
सोशल मीडिया यूजर्स की प्रतिक्रिया: "यह सिर्फ ऑमलेट नहीं, एक प्रीमियम अनुभव है"
इस बहस में कई तरह की राय सामने आईं।
एक यूजर ने राजपूत की पोस्ट पर तंज कसते हुए लिखा, "₹25 वाले ऑमलेट की तस्वीरें आप नहीं खींचते, ना ही उसे फेसबुक पर पोस्ट करते हैं। जो ₹25 में ऑमलेट बेचता है, उसके पास 100 स्टाफ मेंबर नहीं होते और ना ही वहां खाने के बाद स्विमिंग पूल में एन्जॉय कर सकते हैं। इसलिए यह सिर्फ ऑमलेट की कीमत नहीं, बल्कि पूरे अनुभव की कीमत है।"
एक अन्य यूजर ने लिखा, "आप सिर्फ एक ऑमलेट के लिए पैसे नहीं दे रहे हैं, बल्कि एक सोशल स्टेटस खरीद रहे हैं। यह सिर्फ खाना नहीं, बल्कि एक लग्जरी लाइफस्टाइल का हिस्सा है।"
लक्जरी होटल में खाने की ऊंची कीमतें – वजह क्या है?
कुछ यूजर्स ने इस मुद्दे को बाजार की मांग और ब्रांड वैल्यू से जोड़ा।
एक यूजर ने लिखा, "अगर लोग इतनी कीमत देने को तैयार हैं, तो होटल क्यों नहीं लेगा? कीमत लागत पर नहीं, बल्कि उपभोक्ता की भुगतान करने की इच्छा पर निर्भर करती है—यह सेल्स का पहला नियम है।"
वहीं, कुछ लोगों ने कहा कि लक्जरी होटल का बिजनेस मॉडल ही अलग होता है, जहां ग्राहक सिर्फ खाने के लिए नहीं, बल्कि बेहतर सेवा, माहौल और ब्रांडेड अनुभव के लिए भुगतान करते हैं।
टैक्स का भी होता है असर
कई यूजर्स ने इस बात पर भी ध्यान दिलाया कि लक्जरी होटल और रेस्टोरेंट पर भारी टैक्स लगाया जाता है।
एक यूजर ने लिखा, "होटल रेस्टोरेंट सर्विस सेक्टर में आते हैं, इसलिए उन पर ज्यादा जीएसटी लगता है। पहले 6% सर्विस टैक्स और अतिरिक्त लक्जरी टैक्स लगता था, लेकिन अब पांच सितारा होटलों पर 28% जीएसटी लागू होता है, जिससे खाने की कीमत और बढ़ जाती है।"
लक्जरी डाइनिंग – एक अंतहीन बहस
भारत में लक्जरी होटल और हाई-एंड रेस्टोरेंट हमेशा अपनी ऊंची कीमतों के कारण चर्चा में रहते हैं। हालांकि, लोग इसकी आलोचना करते हैं, फिर भी ग्राहक इन महंगे अनुभवों के लिए भुगतान करने को तैयार रहते हैं।
जब तक मांग बनी रहेगी, होटल अपनी प्रीमियम कीमतें वसूलते रहेंगे।
यह बहस यही दिखाती है कि किसी के लिए यह एक महंगा ऑमलेट हो सकता है, लेकिन किसी के लिए एक लग्जरी अनुभव का हिस्सा। अंततः यह लोगों की प्राथमिकताओं और उनके खर्च करने की क्षमता पर निर्भर करता है।