Rajasthan News : ईडी की बड़ी कार्रवाई, भू-माफियों के 12 ठिकानों पर छापेमारी

Rajasthan News : जयपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जयपुर में भू-माफियाओं के खिलाफ व्यापक कार्रवाई करते हुए 12 ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई बुधवार, 3 सितंबर 2025 को सुबह 6 बजे शुरू हुई, जिसमें भू-माफिया ज्ञानचंद अग्रवाल, गोवर्धन अग्रवाल, ग्रैंड उनियारा होटल के मालिक दलपत सिंह, प्रभुलाल चोपड़ा, JKD ग्रुप और मानसरोवर के चोपड़ा परिवार से जुड़े ठिकानों को निशाना बनाया गया। यह जयपुर में जमीन से जुड़े घोटालों के खिलाफ ईडी की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।
Rajasthan News : ज्ञानचंद अग्रवाल और सहयोगियों पर शिकंजा
ईडी की टीमें ज्ञानचंद अग्रवाल के गोपालपुरा और मानसरोवर स्थित कार्यालयों में पहुंचीं, जहां बड़े पैमाने पर दस्तावेजों की जांच की जा रही है। इसके अलावा, ज्ञानचंद के पार्टनर जुगल किशोर के सिटी वंडर, होटल हिल्टन और ग्रैंड उनियारा जैसे ठिकानों पर भी छापेमारी हुई। दलपत सिंह, उनके सहयोगी अवनीश बंसल, तोतला अनिल जैन और बद्री के ठिकानों पर भी कार्रवाई जारी है। सूत्रों के मुताबिक, इन कारोबारियों पर बेनामी संपत्ति और काले धन से संबंधित गंभीर आरोप हैं।
Rajasthan News : करोड़ों रुपये के फाइनेंशियल फ्रॉड का संदेह
जानकारी के अनुसार, ईडी की यह कार्रवाई करोड़ों रुपये की जमीन से जुड़े फाइनेंशियल फ्रॉड को उजागर करने के लिए की जा रही है। जांच एजेंसी पिछले दो साल के रिकॉर्ड की गहन जांच कर रही है, ताकि जमीन के सौदों में हुई अनियमितताओं और काले धन के लेन-देन का पता लगाया जा सके। ईडी को संदेह है कि इन कारोबारियों ने बड़े पैमाने पर बेनामी संपत्तियां अर्जित की हैं, जिनके दस्तावेज छापेमारी में सामने आ सकते हैं।
Rajasthan News : ज्ञानचंद अग्रवाल के खिलाफ 200 से अधिक मामले
ज्ञानचंद अग्रवाल के खिलाफ जयपुर के मानसरोवर, भांकरोटा, शिप्रापथ, श्याम नगर और अन्य थानों में जमीन से जुड़े धोखाधड़ी के 200 से अधिक मामले दर्ज हैं। इससे पहले फरवरी 2023 में आयकर विभाग ने भी ज्ञानचंद के ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसके बाद उनकी गतिविधियों पर जांच एजेंसियों की नजर और तेज हो गई थी।
Rajasthan News : भू-माफियाओं पर नकेल कसने की दिशा में कदम
यह छापेमारी जयपुर में भू-माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का हिस्सा है। ईडी की यह कार्रवाई न केवल जमीन घोटालों को उजागर करने की दिशा में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भी संदेश देती है कि अवैध संपत्ति और काले धन के खिलाफ सरकार और जांच एजेंसियां सख्त रुख अपनाए हुए हैं। जांच के परिणामस्वरूप कई बड़े खुलासे होने की संभावना है, जिससे भू-माफियाओं की गतिविधियों पर और शिकंजा कस सकता है।