Haridwar Ardh Kumbh : हरिद्वार अर्द्धकुंभ में पहली बार तीन शाही अमृत स्नान, कुंभ की तरह जुटेंगे अखाड़े, साधु-संन्यासी

Haridwar Ardh Kumbh : हरिद्वार। हरिद्वार में अर्द्धकुंभ मेला 6 मार्च 2027 से महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर शुरू होगा, जबकि नासिक में सिंहस्थ कुंभ 2 अगस्त 2027 से 24 जुलाई 2028 तक आयोजित होगा। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि ने शनिवार को इसकी तिथियों की घोषणा की। इस बार विशेष रूप से हरिद्वार के अर्द्धकुंभ में पहली बार कुंभ मेले की तरह तीन शाही अमृत स्नान होंगे, जिसमें अखाड़ों और साधु-संतों की भव्य भागीदारी होगी।
Haridwar Ardh Kumbh : रविवार को निरंजनी अखाड़े में होने वाली महत्वपूर्ण बैठक जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरि गिरि के मार्गदर्शन में होगी। इसकी अध्यक्षता निरंजनी अखाड़े के सचिव व अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी करेंगे। श्रीमहंत हरि गिरि ने बताया कि हरिद्वार में 2027 के अर्द्धकुंभ की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस मेले में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु शामिल होंगे।
Haridwar Ardh Kumbh : तिथियों की घोषणा के साथ ही अर्द्धकुंभ की तैयारियां जोर पकड़ेंगी। रविवार की बैठक में सभी अखाड़ों के प्रतिनिधि और साधु-संत हिस्सा लेंगे, जहां उनके सुझावों के आधार पर तैयारियां की जाएंगी ताकि 2027 का अर्द्धकुंभ ऐतिहासिक और यादगार बन सके। श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा कि इस मेले को सफल बनाने के लिए देशभर के साधु-संत उत्तराखंड सरकार को पूर्ण सहयोग देंगे।
Haridwar Ardh Kumbh : श्रीमहंत हरि गिरि ने बताया कि नासिक के सिंहस्थ कुंभ में पहला अमृत स्नान 2 अगस्त 2027 को दर्श अमावस्या के दिन, दूसरा स्नान 31 अगस्त 2027 को, तीसरा स्नान 12 सितंबर 2027 को और समापन स्नान 24 जुलाई 2028 को होगा। Haridwar Ardh Kumbh : अखाड़ा परिषद की रविवार को होने वाली बैठक में सभी अखाड़ों के प्रतिनिधि शामिल होंगे, जहां अर्द्धकुंभ और सिंहस्थ कुंभ की तैयारियों पर विस्तृत चर्चा होगी। यह मेला न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण होगा।