परिनिर्वाण दिवस पर भोपाल में पहली बार हो रहा 12 घंटे का अखंड संविधान पाठ

भोपाल। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस (पुण्यतिथि) के मौके पर भोपाल के सेकेंड स्टॉप स्थित अंबेडकर जयंती मैदान में पहली बार संविधान का अखंड पाठ हो रहा है। यह कार्यक्रम शुक्रवार सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक चल रहा है। आयोजकों ने इस अवसर पर मंदिर, मस्जिद और स्कूलों में संविधान का पाठ करवाने की मांग भी की है।
आयोजको ने बताया कि भोपाल में यह पहली बार है जब संविधान का अखंड पाठ किया जा रहा है। इससे पहले कभी भी इस तरह का आयोजन नहीं हुआ। यह संविधान की हीरक जयंती वर्ष है, यानी संविधान लागू हुए 75 साल पूरे हो गए हैं। इसी उपलक्ष्य में भोपाल के लोगों ने यह पहल की है। आयोजको ने मांग की के यह सिर्फ भोपाल में नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश और देश में ऐसा कार्यक्रम होना चाहिए।
उन्होंने अपील की कि गली-मोहल्लों, स्कूलों, मस्जिदों, मंदिरों और गुरुद्वारों में संविधान का पाठ होना चाहिए। हमारे संविधान के प्रींबल में यह उल्लेख है कि 'हम भारत के लोग' संविधान को लागू करेंगे और उसे आत्मसात करेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को यह समझाना है कि हमारे संविधान की महत्वता क्या है और हम इसे कैसे अपने जीवन में लागू कर सकते हैं।