मेहमानों के लिए इज्तिमागाह तैयार, आज से जुटेंगे बंदे, पहले ही दिन होंगे निकाह
भोपाल। देश की आजादी के साथ राजधानी में शुरू हुआ आलमी तब्लीगी इज्तिमा को 77 साल पूरे हो गए हैं। तेरह लोगों से हुई इज्तिमा की शुरुआत के साथ अब 13 लाख लोगों तक पहुंच गई है, जहां प्रत्येक वर्ष मेहमानों की तादाद बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को फजिर की नमाज के साथ इज्तिमा का आगाज हो जाएगा, जो दो दिसंबर दुआ के साथ खत्म होगा। इस दौरान देश भर के मुस्लिम विद्वान अपनी बात रखेंगे। इस दौरान शुक्रवार को ही सादगी के साथ सामुहिक निकाह का आयोजन भी किया जाएगा। इधर, ट्रैफिक सहित अन्य इंतजामों के लिए गुरुवार से ही वॉलेंटियर्स को तैनात कर दिया गया हैं। 29 नवंबर से शुरू होने वाले आलमी तब्लीगी इज्तिमा ईंटखेड़ी स्थित घासीपुरा में रखा गया है।
इस आयोजन के इज्तिमागाह पूरी तरह से तैयार है। यहां आने वाले लाखों जमातियों के ठहरने और बैठने के लिए पंडाल लगाया गया है। स्थाई और अस्थाई टॉयलेट के अलावा बड़ी तादाद में वजूखाने और खानपान के जोन तैयार हैं। छोटे बड़े वाहनों की पार्किंग के लिए पार्किंग जोन भी बना लिए गए हैं। टेलीफोन, फायर सेफ्टी, मेडिकल और अन्य जरूरत के पंडाल भी इस्तीमगाह का हिस्सा बन चुके हैं। इस्तीमगाह से लेकर रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और एयरपोर्ट तक आवाजाही सुगम बनाने का रोडमैप भी तैयार है। साथ ही इनकी व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए वालेंटियर्स के जत्थों ने भी अपनी तैयारियों को पुख्ता कर लिया है। पुलिस प्रशासन भी लाखों लोगों के इस मजमे को सहेजने के लिए अपनी तैयारियों की रिहर्सल कर चका है।
बाहरी प्रदेशों से पहुंचने लगीं जमातें
देश दुनिया से आने वाली जमातों ने तब्लीगी जमात के भोपाल मरकज पर आमद देना शुरू कर दिया है। यहां से वे शहर की विभिन्न मस्जिदों का रुख कर रही हैं। जहां वे इज्तिमा का मकसद और इससे होने वाले दीनी फायदे समझा रहे हैं।
प्रदेशों के रहेंगे अलग अलग हलके
प्रदेश के विभिन्न जिलों से आने वाली जमातों और स्थानीय जमातियों के लिए भी हलके तय कर दिए गए हैं। यहां आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडू, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, बरार, नागपुर, गुजरात, मुंबई, वादी, महाराष्ट्र, यूपी, बिहार, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, नेपाल, उड़ीसा, वेस्ट बंगाल, आसाम, मेवात, राजस्थान, दिल्ली आदि के खेमे तैयार किए गए हैं।