Elon Musk: एलन मस्क की स्पेस एक्स ने अंतरिक्ष में भेज दी ऐसी चीज़, आप भी पड़ जाएंगे अचरज में, पढ़िए पूरी खबर
Elon Musk: नई दिल्ली: अमेरिकी अरबपति एलन मस्क की अगुवाई वाली स्पेसएक्स ने 20 नवंबर (बुधवार) को अपनी छठी स्टारशिप के परीक्षण के दौरान एक अनोखा प्रयोग किया, जिसने दुनियाभर के लोगों को हैरत में डाल दिया। इस बार स्पेसएक्स ने अपने कार्गो में एक खास ‘अंतरिक्ष यात्री’ के रूप में एक केला भेजा। साउथ टेक्सास स्थित स्पेसएक्स की स्टारबेस से स्टारशिप ने बुधवार सुबह सफलतापूर्वक उड़ान भरी।
स्टारशिप, एक रीयूजेबल (पुन: उपयोग योग्य) भारी रॉकेट है, जिसे भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए तैयार किया जा रहा है। इस बार के परीक्षण में केले को शामिल करना केवल परंपरा का पालन नहीं था, बल्कि इसके पीछे वैज्ञानिक और तार्किक सोच भी जुड़ी हुई थी।
Elon Musk: शून्य-गुरुत्वाकर्षण का संकेतक: केले की भूमिका
अंतरिक्ष में केले को भेजने का विचार एक पुरानी परंपरा और वैज्ञानिक प्रक्रिया का संयोजन है। अंतरिक्ष यानों में शून्य-गुरुत्वाकर्षण (Zero Gravity) की शुरुआत का संकेत देने के लिए छोटी वस्तुओं का उपयोग किया जाता है। यह परंपरा उस क्षण को पहचानने में मदद करती है जब यान सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण में प्रवेश करता है। इस बार केले को इस भूमिका के लिए चुना गया, जो इस पारंपरिक प्रक्रिया को एक मज़ेदार और अलग दृष्टिकोण प्रदान करता है।
Elon Musk: केला भेजने का यह कदम स्पेसएक्स की अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन (FAA) के साथ भविष्य की योजनाओं को सुगम बनाने की दिशा में एक रणनीतिक पहल है। इस अनूठे पेलोड का उपयोग स्पेसएक्स ने FAA की नियामक प्रक्रिया को बेहतर ढंग से समझने और उसके अनुरूप अपनी योजनाओं को तैयार करने के लिए किया। इस कदम के जरिए कंपनी का उद्देश्य नियामकीय बाधाओं को कम करना और संभावित देरी से बचना है।
Elon Musk: भविष्य की योजनाओं का संकेत
केले को अंतरिक्ष में भेजने का यह परीक्षण स्पेसएक्स की दीर्घकालिक महत्वाकांक्षाओं को उजागर करता है। यह न केवल भविष्य के महत्वपूर्ण पेलोड के लिए मार्ग प्रशस्त करता है, बल्कि 2025 में अंतरिक्ष में कार्गो भेजने की कंपनी की योजना की ओर भी इशारा करता है।
हालांकि, इस कदम ने सोशल मीडिया पर काफी चर्चा और मीम्स को जन्म दिया। कई लोग इस प्रयोग का मज़ाक उड़ाते दिखे, लेकिन एलन मस्क और उनकी टीम ने अपने लक्ष्य को हासिल करते हुए यह दिखा दिया कि वे अपने विचारों को साकार करने में कितने दृढ़ हैं।