भारतीय फोटोग्राफर्स ने अंद्रेई स्टेनिन प्रतियोगिता में बनाया बड़ा नाम
नई दिल्ली: अंद्रेई स्टेनिन प्रेस फोटो कॉन्टेस्ट प्रदर्शनी में भारतीय फोटोग्राफर्स ने शानदार प्रदर्शन किया है। 4 अप्रैल को ऑल इंडिया फाइन आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स सोसाइटी (एआईएफएसीएस) गैलरी में शुरू हुई इस प्रदर्शनी में भारत के युवा फोटोग्राफर्स ने पहला पुरस्कार और तीन विशेष पुरस्कार जीते।
भारतीय विजेताओं की उपलब्धियां:
- राजेंद्र मोहन पांडेय (कोलकाता) ने "द आउटकास्ट विडोज़" श्रृंखला के लिए प्रथम पुरस्कार जीता। यह तस्वीरें वृंदावन की विधवाओं के जीवन की मार्मिक झलक पेश करती हैं।
- अप्रतिम पाल को यमुना नदी के प्रदूषण पर क्लिक की गई तस्वीर "स्ट्रगल फॉर एक्जिस्टेंस" के लिए ज्यूरी विशेष पुरस्कार मिला।
- कौशिक दत्ता ने बालासोर ट्रेन हादसे की दर्दनाक तस्वीरों के लिए विशेष पुरस्कार प्राप्त किया।
- दीपायन बोस को बंगाल के पारंपरिक पशु दौड़ की जीवंत तस्वीर के लिए विशेष पुरस्कार दिया गया।
प्रतियोगिता के बारे में: अंद्रेई स्टेनिन प्रेस फोटो कॉन्टेस्ट युवा फोटो पत्रकारों को प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई एक रूसी पहल है। यह प्रतियोगिता यूक्रेन में संघर्ष की कवरेज करते हुए शहीद हुए रूसी फोटो पत्रकार अंद्रेई स्टेनिन की याद में आयोजित की जाती है।
इस साल भारतीय फोटोग्राफर्स ने पर्यावरणीय गिरावट, सामाजिक बहिष्कार और सांस्कृतिक विरासत जैसे मुद्दों पर अपनी तस्वीरों के जरिए दुनिया का ध्यान खींचा।

