Irani Cup 2024: अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में ईरानी कप पर 27 साल बाद कब्ज़ा, मैच ड्रॉ होने के बाद मुंबई को मिली जीत
Irani Cup 2024: मुंबई: मुंबई ने शनिवार को लखनऊ में खेले गए फाइनल मुकाबले में शेष भारत को हराकर ईरानी कप का खिताब अपने नाम कर लिया। अजिंक्य रहाणे की अगुवाई में मुंबई ने पहली पारी की बढ़त के आधार पर यह जीत हासिल की, जिससे टीम ने 27 साल बाद ईरानी कप की ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। इससे पहले मुंबई ने 1997-98 में यह खिताब जीता था। आठ बार फाइनल में पहुंचने के बावजूद, मुंबई को लंबे समय से इस खिताब का इंतजार था।
Irani Cup 2024: तनुष कोटियान का नाबाद शतक रहा निर्णायक-
पांचवें दिन मुंबई के ऑलराउंडर तनुष कोटियान ने नाबाद शतक लगाकर मैच को ड्रॉ कराने में अहम भूमिका निभाई। कोटियान ने 150 गेंदों पर 114 रन बनाए, जिसमें 10 चौके और 1 छक्का शामिल था। मुंबई ने आखिरी दिन 6 विकेट पर 153 रन से अपनी पारी शुरू की और 329 रन पर 8 विकेट पर घोषित कर दी, जिससे टीम की कुल बढ़त 450 रन हो गई। इसके बाद, शेष भारत के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने ड्रॉ के लिए अजिंक्य रहाणे से हाथ मिलाया, जिससे मुंबई ने ईरानी कप जीत लिया।
कोटियान और मोहित अवस्थी ने निभाई अहम साझेदारी
मुंबई की पारी के दौरान तनुष कोटियान ने 10वें नंबर के बल्लेबाज मोहित अवस्थी के साथ 158 रन की अहम साझेदारी निभाई। अवस्थी ने भी 93 गेंदों में 51 रन बनाए, जिसमें 4 चौके और 1 छक्का शामिल था। उस वक्त मुंबई का स्कोर 7 विकेट पर 171 रन था, लेकिन दोनों खिलाड़ियों ने संयम से खेलते हुए टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। शेष भारत के स्पिनर सारांश जैन ने 121 रन देकर 6 विकेट चटकाए, लेकिन उनका प्रयास नतीजे को बदलने में नाकाम रहा।
Irani Cup 2024: मुंबई की ऐतिहासिक जीत-
मुंबई ने आखिरी बार 2015-16 में ईरानी कप का फाइनल खेला था, और इस बार जीत दर्ज करके 15वीं बार यह प्रतिष्ठित खिताब अपने नाम किया। रहाणे की टीम ने 451 रन के लक्ष्य का पीछा करने के असंभव स्थिति में पहुंचने के बाद शेष भारत को ड्रॉ पर रोकते हुए खिताब जीता।
अजिंक्य रहाणे और सरफराज खान की सराहना-
कप्तान अजिंक्य रहाणे ने जीत पर खुशी जताते हुए कहा, "27 साल बाद ट्रॉफी जीतना अविश्वसनीय है। तनुष कोटियान और पूरी टीम ने शानदार खेल दिखाया।" रहाणे ने लाल मिट्टी की पिच को चुनौतीपूर्ण बताया और कोटियान के प्रदर्शन की सराहना की।
Irani Cup 2024: इस मुकाबले में पहली पारी में दोहरा शतक लगाने वाले सरफराज खान को 'प्लेयर ऑफ द मैच' चुना गया। सरफराज ने कहा, "मैंने अभ्यास में जो मेहनत की, वह यहां रंग लाई। विभिन्न पिचों पर खेलकर बहुत कुछ सीखने का मौका मिलता है। टेस्ट टीम के साथ बिताए समय ने मुझे बेहतर खिलाड़ी बनने में मदद की।"