Raipur City News : 101 फीट का रावण बनेगा आकर्षण का केंद्र, WRS कॉलोनी में दशहरा उत्सव की धूम, आतिशबाजी से जगमगाएगा मैदान

- Rohit banchhor
- 15 Sep, 2025
नेशनल क्लब रायपुर के तत्वावधान में 2 अक्टूबर को होने वाला यह दशहरा उत्सव सतरंगी आतिशबाजी के साथ यादगार बनने की राह पर है।
Raipur City News : रायपुर। राजधानी रायपुर के डब्ल्यूआरएस कॉलोनी दशहरा मैदान में इस बार विजयादशमी का उत्सव ऐतिहासिक होने जा रहा है। 101 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन न सिर्फ आकर्षण का केंद्र होगा, बल्कि इसके साथ 85-85 फीट के कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले भी लोगों को मंत्रमुग्ध करेंगे। कोलकाता, खड़गपुर और बंगाल से आए 20 कारीगरों की टोली सोमवार से इस भव्य आयोजन के लिए दिन-रात पुतला निर्माण में जुट गई है। नेशनल क्लब रायपुर के तत्वावधान में 2 अक्टूबर को होने वाला यह दशहरा उत्सव सतरंगी आतिशबाजी के साथ यादगार बनने की राह पर है।
रावण के दस सिर, तीन आकार, कारीगरी का अनोखा नमूना-
प्रसिद्ध मूर्तिकार एम. रवि राजा के मार्गदर्शन में रावण के पुतले का सिर तैयार हो चुका है। रावण के दस सिरों को तीन अलग-अलग आकारों में बनाया जा रहा है, सबसे बड़ा 25 फीट, दूसरा 20 फीट और तीसरा 15 फीट। रमन्ना राव के नेतृत्व में कारीगरों ने बांस के ढांचे का काम शुरू कर दिया है। रावण का पुतला 101 फीट ऊंचा होगा, जबकि कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले 85-85 फीट के होंगे। यह भव्य निर्माण न केवल कारीगरी का नमूना है, बल्कि दशहरा उत्सव की भव्यता को भी दर्शाता है।
भूमिपूजन से शुरू हुआ उत्सव का सफर-
5 सितंबर को रायपुर उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा और नेशनल क्लब अध्यक्ष जी. स्वामी की उपस्थिति में डब्ल्यूआरएस दशहरा मैदान में भूमिपूजन के साथ उत्सव की तैयारियां शुरू हुईं। इसके बाद मिट्टी के सांचों से रावण के सिर का निर्माण शुरू हुआ, जो अब अंतिम चरण में है। सोमवार से बांस के ढांचे का काम तेजी से आगे बढ़ेगा। कोलकाता, खड़गपुर और बंगाल से आए 15-20 कारीगर दिन-रात मेहनत कर रहे हैं ताकि विजयादशमी के दिन पुतले समय पर तैयार हो सकें।
सतरंगी आतिशबाजी से जगमगाएगा रायपुर-
इस बार दशहरा उत्सव को और भव्य बनाने के लिए विशेष आतिशबाजी की योजना है। बाहर से आए आतिशबाज सतरंगी आतिशबाजी का शानदार प्रदर्शन करेंगे, जो दर्शकों के लिए अविस्मरणीय होगा। नेशनल क्लब और दशहरा उत्सव समिति ने इस आयोजन को हर साल से अलग और खास बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है।