Gariaband Encounter Update : 3 करोड़ के इनामी 10 नक्सली ढेर, टॉप लीडर मोडेम बालाकृष्णन मारा गया, AK-47 समेत हथियारों का जखीरा बरामद

- Rohit banchhor
- 12 Sep, 2025
सुरक्षा बलों ने मारे गए नक्सलियों के शवों और हथियारों को दो हेलीकॉप्टरों के जरिए गरियाबंद रक्षित केंद्र लाया।
Gariaband Encounter Update : गरियाबंद। जिले में गुरुवार को सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 10 नक्सलियों को ढेर कर दिया। मटाल पहाड़ों में हुई इस भीषण मुठभेड़ में नक्सलियों के सेंट्रल कमेटी सदस्य और 1.5 करोड़ रुपये के इनामी नक्सली लीडर मनोज उर्फ मोडेम बालाकृष्णन उर्फ भास्कर उर्फ बालन्ना सहित कई बड़े नक्सली मारे गए।
मारे गए सभी नक्सलियों पर छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्रप्रदेश सरकारों ने कुल 3 करोड़ 4 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। मुठभेड़ के बाद सर्च ऑपरेशन में भारी मात्रा में हथियार, जिसमें AK-47, SLR, इंसास, 303 रायफल, 12 बोर गन और विस्फोटक सामग्री शामिल हैं, बरामद किए गए। सुरक्षा बलों ने मारे गए नक्सलियों के शवों और हथियारों को दो हेलीकॉप्टरों के जरिए गरियाबंद रक्षित केंद्र लाया।
मटाल पहाड़ों में चला सर्च ऑपरेशन-
एडीजी एंटी नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर मटाल पहाड़ों में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। इसके आधार पर गरियाबंद की एलिट 30 यूनिट, विशेष कार्य बल (STF) और CRPF की कोबरा बटालियन की संयुक्त टीम ने ऑपरेशन शुरू किया। गुरुवार दोपहर को जंगल में नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू की, जिसका जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। मुठभेड़ देर शाम तक चली, जिसमें 10 नक्सली मारे गए। सिन्हा ने कहा, “नक्सलियों को नए क्षेत्रों में पैर पसारने से पहले ही उनका खात्मा कर दिया गया। ऑपरेशन अभी भी जारी है।”
जवानों का हौसला बुलंद, ‘रक्त पूजन’ की बात-
रायपुर रेंज के आईजी अमरेश मिश्रा ने जवानों की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा, “हमारे जवानों ने शस्त्र पूजन से पहले रक्त पूजन करने का संकल्प लिया था, और उन्होंने इसे पूरा कर दिखाया।” उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में कोई भी जवान घायल नहीं हुआ, और सुरक्षा बल पूरी तरह सुरक्षित हैं। गरियाबंद एसपी निखिल राखेचा ने कहा कि 8 महीने पहले नक्सलियों से आत्मसमर्पण की अपील की गई थी। उन्होंने फिर से भटके हुए नक्सलियों से मुख्यधारा में लौटने और सरकार की समर्पण नीति का लाभ उठाने की अपील की।
मारे गए नक्सलियों की शिनाख्त और इनाम-
मुठभेड़ में मारे गए 10 नक्सलियों की शिनाख्त हो चुकी है, जिनमें कई बड़े और कुख्यात नक्सली शामिल हैं। इनमें सबसे प्रमुख नाम है मनोज उर्फ मोडेम बालाकृष्णन, जो सेंट्रल कमेटी का सदस्य था और तेलंगाना के वारंगल जिले का निवासी था। उसके पास AK-47 थी और उस पर छत्तीसगढ़ (1 करोड़), ओडिशा (25 लाख) और आंध्रप्रदेश (25 लाख) ने इनाम घोषित किया था। अन्य मारे गए नक्सलियों में -
प्रमोद उर्फ पांडू उर्फ चंद्रन्ना: ओडिशा राज्य कमेटी सदस्य, आंध्रप्रदेश के आर.आर. जिले का निवासी, AK-47 के साथ। इनाम: छत्तीसगढ़ (25 लाख), ओडिशा (20 लाख), आंध्रप्रदेश (20 लाख)।
विमल उर्फ मंगन्ना उर्फ सुरेश: तकनीकी टीम प्रभारी (DVCM), तेलंगाना के आदिलाबाद का निवासी, SLR के साथ। इनाम: छत्तीसगढ़ (8 लाख), ओडिशा और आंध्रप्रदेश (5-5 लाख)।
विक्रम उर्फ मंजु: ACM, सुकमा (छत्तीसगढ़) का निवासी, 303 रायफल के साथ। इनाम: छत्तीसगढ़ (5 लाख), ओडिशा और आंध्रप्रदेश (4-4 लाख)।
उमेश पिता सुकनू: SDK एसी डिप्टी कमांडर, नारायणपुर (छत्तीसगढ़) का निवासी, SLR के साथ। इनाम: छत्तीसगढ़ (5 लाख), ओडिशा और आंध्रप्रदेश (4-4 लाख)।
रजीता पति डमरू: ACM, कांकेर की निवासी, SLR के साथ। इनाम: छत्तीसगढ़ (5 लाख), ओडिशा और आंध्रप्रदेश (4-4 लाख)।
अंजली पति कृष्णा: तकनीकी टीम ACM, सिंगल शॉट हथियार के साथ। इनाम: छत्तीसगढ़ (5 लाख), ओडिशा और आंध्रप्रदेश (4-4 लाख)।
सिंधु: तकनीकी टीम ACM, इंसास के साथ। इनाम: छत्तीसगढ़ (5 लाख), ओडिशा और आंध्रप्रदेश (4-4 लाख)। आरती: पीएम-06 कंपनी की सदस्य, SLR के साथ। इनाम: छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्रप्रदेश (1-1 लाख)।
समीर: पीएम तकनीकी टीम (उषा का गार्ड), 12 बोर हथियार के साथ। इनाम: छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्रप्रदेश (1-1 लाख)।
राज्यों द्वारा घोषित इनाम-
मारे गए नक्सलियों पर कुल 3 करोड़ 4 लाख रुपये का इनाम था, जिसमें छत्तीसगढ़ सरकार ने 1 करोड़ 60 लाख, ओडिशा सरकार ने 72 लाख और आंध्रप्रदेश सरकार ने 72 लाख रुपये घोषित किए थे। यह मुठभेड़ नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ी जीत मानी जा रही है, क्योंकि मारे गए नक्सली कई राज्यों में आतंक का पर्याय थे।
बरामद हथियारों का जखीरा-
मुठभेड़ के बाद सर्च ऑपरेशन में सुरक्षा बलों ने भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक सामग्री बरामद की। इसमें AK-47, SLR, इंसास, 303 रायफल, 12 बोर गन और विस्फोटक सामग्री शामिल हैं। बरामद हथियारों को गरियाबंद रक्षित केंद्र लाया गया, जहां इनकी जांच की जा रही है।