Pahalgam terror attack: 'हम नहीं चाहते कि लोग मुस्लिमों-कश्मीरियों के खिलाफ जाएं, न्याय चाहिए'; नेवी अफसर विनय नरवाल की पत्नी बोली

Pahalgam terror attack: पहलगाम: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास पर्यटन स्थल 'मिनी स्विटजरलैंड' में मंगलवार दोपहर हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। इस क्रूर हमले में भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल सहित 26 निहत्थे पर्यटकों की निर्मम हत्या कर दी गई। 2019 के पुलवामा हमले के बाद यह कश्मीर घाटी का सबसे घातक आतंकी हमला है। आज (1 मई) शहीद विनय नरवाल का जन्मदिन है।
Pahalgam terror attack: इस मौके पर उनकी पत्नी हिमांशी और बहन सृष्टि ने हमले को लेकर भावुक बयान दिया। हिमांशी ने कहा, "मैं किसी के प्रति नफरत नहीं चाहती। कुछ लोग मुसलमानों या कश्मीरियों के खिलाफ नफरत फैला रहे हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं चाहते। हम शांति की कामना करते हैं।" शहीद के परिवार ने उनके जन्मदिन पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया, जिसमें हिमांशी ने मीडिया से बात की।
Pahalgam terror attack: उन्होंने कहा, "मैं चाहती हूं कि देशवासी उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करें, ताकि वह जहां भी हों, खुश और स्वस्थ रहें। हम नफरत नहीं, शांति चाहते हैं। हां, हम न्याय की मांग करते हैं। जिन्होंने यह जघन्य अपराध किया, उन्हें सजा मिलनी चाहिए।"
Pahalgam terror attack: शहीद विनय नरवाल की पत्नी की भावुक अपील
हरियाणा के करनाल में शहीद लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पत्नी हिमांशी ने मीडिया के सामने देशवासियों से शांति और एकता बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, "हम नहीं चाहते कि इस हमले के बाद मुसलमानों या कश्मीरियों के खिलाफ नफरत फैले। हम न्याय चाहते हैं, लेकिन शांति हमारी प्राथमिकता है।" हिमांशी ने मृतकों को शहीद का दर्जा देने की मांग भी दोहराई, जो अन्य परिजनों ने भी उठाई है।
Pahalgam terror attack: बैसरन के जंगलों में बरसी गोलियां
पहलगाम से करीब छह किलोमीटर दूर बैसरन, जो चीड़ के घने जंगलों और पहाड़ों से घिरा एक खूबसूरत घास का मैदान है, पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हथियारबंद आतंकवादी अचानक इस क्षेत्र में घुस आए और भोजनालयों के आसपास, खच्चर की सवारी और पिकनिक का आनंद ले रहे पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें दो विदेशी पर्यटक और दो स्थानीय निवासी शामिल हैं।
Pahalgam terror attack: आतंकी संगठन TRF ने ली जिम्मेदारी
पाकिस्तान आधारित प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। अधिकारियों ने बताया कि यह हमला ऐसे समय में हुआ जब जम्मू-कश्मीर में पर्यटन और ट्रैकिंग का मौसम अपने चरम पर है। साथ ही, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं।
Pahalgam terror attack: मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बयान
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले को 'हाल के वर्षों में आम नागरिकों पर हुआ सबसे बड़ा हमला' करार दिया। उन्होंने शांति बनाए रखने और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की।
Pahalgam terror attack: 74 महीने बाद घाटी में सबसे घातक हमला
यह हमला फरवरी 2019 में पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़ा आतंकी हमला है। उस हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे। पहलगाम का यह हमला न केवल पर्यटकों की सुरक्षा पर सवाल उठाता है, बल्कि घाटी में शांति और पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयासों पर भी गहरा आघात है।