Gold-Silver Price: सोना 1.21 लाख रुपए के पार, चांदी भी चमकी, दिवाली से पहले बढ़ रहे चांदी सोना के भाव

Gold-Silver Price: नई दिल्ली/मुंबई। दीपावली से 8 अक्टूबर 2025 को सोने और चांदी की कीमतें ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई हैं। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 10 ग्राम 24 कैरेट सोने के दाम 1,21,799 रुपए तक पहुंच गए हैं, जो पिछले दिन 1,19,941 रुपए थे। चांदी भी महंगी हुई और 1,50,783 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई, जो पहले 1,48,441 रुपए थी।
Gold-Silver Price: बता दें, 2025 में अब तक सोने की कीमत में करीब 45,637 रुपए का इजाफा हुआ है। 31 दिसंबर 2024 को 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 76,162 रुपए का था। वहीं चांदी का भाव इस दौरान 64,766 रुपए बढ़ा। 31 दिसंबर 2024 को एक किलो चांदी की कीमत 86,017 रुपए थी, जो अब 1,50,783 रुपए प्रति किलो हो गई है।
Gold-Silver Price: सोने के भाव बढ़ सकते हैं 1.55 लाख रुपए तक
गोल्डमैन सैक्स की रिपोर्ट के अनुसार, अगले साल सोने के दाम 5000 डॉलर प्रति औंस तक पहुँच सकते हैं, जो मौजूदा एक्सचेंज रेट के अनुसार करीब 1,55,000 रुपए प्रति 10 ग्राम होगा।
Gold-Silver Price: 4 बड़े कारण, जिससे सोने में तेजी
1. केंद्रीय बैंकों की खरीदारी: दुनियाभर के बड़े बैंक डॉलर पर निर्भरता कम करना चाहते हैं। इसलिए वे अपने खजाने में सोने का हिस्सा लगातार बढ़ाते जा रहे हैं।
असर: जब बड़े बैंक लगातार खरीदते हैं तो बाजार में सोने की मांग बनी रहती है और कीमत ऊपर जाती है।
2. ‘ट्रम्प फैक्टर’ और नीति-अनिश्चितता: अमेरिका की नीतियों को लेकर अनिश्चितता है। फेडरल रिजर्व पर दखल की बातें डॉलर-बॉन्ड बाजार को कमजोर करती हैं।
असर: निवेशक सुरक्षित निवेश ढूंढते हैं और सोने की ओर भागते हैं। इससे सोने की कीमतें बढ़ने लगती हैं।
3. क्रिप्टो से सोने की ओर रुख: क्रिप्टो में उतार-चढ़ाव और सख्त नियमों के डर से निवेशक पैसा सोने में लगा रहे हैं। पिछले कुछ समय के दौरान भारत में शेयर बाजार से कम रिटर्न ने भी सोने को आकर्षक बना दिया।
असर: सोने की मांग में तेजी से कीमतें चढ़ जाती हैं।
4. लॉन्ग-टर्म एसेट: सोना कभी भी पूरी तरह बेकार नहीं होता। यह नष्ट नहीं होता, सीमित मात्रा में है और महंगाई के समय अपनी कीमत बचा लेता है।
असर: लंबे समय में सोना रखना ज्यादातर फायदेमंद है।