CBI से क्लीन चिट मिलने के बाद परिवार के साथ सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचीं रिया चक्रवर्ती, बॉलीवुड का मिला समर्थन

मुंबई: सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में पांच साल बाद रिया चक्रवर्ती को बड़ी राहत मिली है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट में उन्हें क्लीन चिट दे दी है। इस खबर के बाद रिया सोमवार को अपने परिवार के साथ मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचीं। यह उनकी पहली सार्वजनिक उपस्थिति थी। सादे कुर्ता-सूट में बिना मेकअप के नजर आईं रिया की मुस्कान उनकी खुशी को बयां कर रही थी। उनके साथ पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती और भाई शोविक भी थे।
सुशांत सिंह राजपूत 14 जून, 2020 को बांद्रा स्थित अपने घर में मृत पाए गए थे। उनकी मौत के बाद रिया पर आत्महत्या के लिए उकसाने और ड्रग्स से जुड़े आरोप लगे थे। 2020 में रिया और शोविक को गिरफ्तार भी किया गया था। CBI ने चार साल की जांच के बाद अपनी रिपोर्ट में कहा कि सुशांत की मौत आत्महत्या थी और इसमें कोई साजिश नहीं थी। सभी अफवाहों को खारिज करते हुए जांच एजेंसी ने केस बंद कर दिया।
रिया के भाई शोविक ने इस फैसले पर खुशी जताते हुए इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह रिया के साथ पहाड़ों पर घूमते नजर आए। कैप्शन में उन्होंने लिखा, "सत्यमेव जयते।" रिया के वकील सतीश मानेशिंदे ने कहा, "CBI ने हर पहलू की जांच की और सच सामने लाया। मीडिया में फैली झूठी खबरों ने निर्दोष लोगों को परेशान किया। उम्मीद है कि ऐसा दोबारा न हो।"
सोशल मीडिया पर रिया की तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जहां वह पैप्स को हाथ जोड़कर धन्यवाद देती दिखीं। यूजर्स के मिले-जुले रिएक्शन आए। बॉलीवुड से सोनी राजदान, दीया मिर्जा और फातिमा सना शेख जैसे सितारों ने रिया का समर्थन किया। सेलेब्स ने कहा कि रिया से माफी मांगनी चाहिए, जिन्होंने उन्हें बेवजह निशाना बनाया।
क्या बोले रिया के वकील
रिया के वकील सतीश मानेशिंदे ने एक बयान में कहा, 'सीबीआई ने लगभग 4 साल बाद सुशांत सिंह राजपूत की मौत के सिलसिले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है। हम सीबीआई के आभारी हैं कि उन्होंने सभी एंगल से मामले के हर पहलू की गहन जांच की और केस को बंद कर दिया। सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में जितनी झूठी खबरें फैलाई गईं, वह पूरी तरह से अनुचित थीं। महामारी के कारण हर कोई टीवी से चिपका हुआ था। निर्दोष लोगों को मीडिया और जांच अधिकारियों के सामने परेशान किया गया और परेड कराई गई। मुझे उम्मीद है कि यह किसी भी मामले में दोहराया नहीं जाएगा।'