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Mahakumbh 2025: महाकुंभ क्षेत्र के सेक्टर-7 की नई पहचान बना ‘मटके वाला चौराहा’, लोगों का उमड़ रहा हुजूम

प्रयागराज के महाकुंभ 2025 में सेक्टर-7 का विशाल मटका, जल संरक्षण का संदेश देते हुए 'मटके वाला चौराहा' बनकर तीर्थयात्रियों को आकर्षित कर रहा है।

Mahakumbh 2025: प्रयागराज। महाकुंभ मेले के सेक्टर-7 में स्थित विशालकाय मटके की कलाकृति ने इस क्षेत्र को एक नई पहचान दी है। जल जीवन मिशन के तहत बने स्वच्छ सुजल गांव के मुख्य द्वार पर स्थापित इस कलाकृति को देखने के लिए श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है। लोग इसे अब ‘मटके वाला चौराहा’ कहकर पुकारने लगे हैं। यह मटका न केवल आकर्षण का केंद्र बन गया है, बल्कि तीर्थयात्रियों के लिए एक लोकप्रिय सेल्फी प्वाइंट भी बन गया है।


Mahakumbh 2025: जल संरक्षण का संदेश देता ‘स्वच्छ सुजल गांव’

महाकुंभ में जल जीवन मिशन द्वारा प्रदर्शित स्वच्छ सुजल गांव 4,000 वर्ग फुट क्षेत्र में फैला हुआ है। यहां एक विशाल मटका और उसमें गिरते स्वच्छ जल की कलाकृति बनाई गई है, जो जल संरक्षण और गुणवत्ता का संदेश देती है। इस मटके को देखकर श्रद्धालु न केवल प्रेरित हो रहे हैं, बल्कि यूपी के बदलते गांवों की झलक भी देख रहे हैं।


Mahakumbh 2025: सेल्फी प्वाइंट बना मटका चौराहा

दिल्ली से आए अजय, जो परिवार के साथ महाकुंभ में भ्रमण कर रहे थे, ने इस मटके वाले चौराहे को पहचान का केंद्र बना लिया। परिवार से बिछड़ने पर उन्होंने कहा, "मैं मटके वाले चौराहे पर हूं, यहीं आ जाइए।" इसी तरह, मुंबई से आई दीपाली ने कहा, "यह मटका और इसकी कलाकृति बहुत आकर्षक हैं। महाकुंभ में इस बार संस्कृति और कलाओं का भी संगम देखने को मिल रहा है।"


Mahakumbh 2025: यूपी के गांवों की बदलती तस्वीर
स्वच्छ सुजल गांव में प्रदर्शनी के माध्यम से उत्तर प्रदेश के गांवों में जल जीवन मिशन द्वारा लाए गए सकारात्मक बदलावों को दर्शाया गया है। कलाकृतियों में दिखाया गया है कि किस तरह से कभी पानी के लिए संघर्ष करने वाले बुंदेलखंड जैसे क्षेत्र अब हर घर में शुद्ध पेयजल की सुविधा से लाभान्वित हो रहे हैं।



Mahakumbh 2025: जल संरक्षण की शपथ
इस गांव में आने वाले तीर्थयात्रियों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक किया जा रहा है। उन्हें जल संरक्षण के महत्व को समझाने के साथ-साथ जल शपथ भी दिलाई जा रही है। इस पहल का उद्देश्य लोगों को पानी बचाने और भविष्य में जल संकट से निपटने के लिए प्रेरित करना है।


Mahakumbh 2025: श्रद्धालु हो रहे अभिभूत
शुक्रवार को करीब एक लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने स्वच्छ सुजल गांव का दौरा किया। यहां न केवल विशाल मटका, बल्कि बैलगाड़ी, कुएं और गांव की अन्य झांकियों ने भी लोगों को आकर्षित किया। यूपी के बदलते गांवों की यह झलक और जल संरक्षण का संदेश लोगों के दिलों को छू रहा है।

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