सायबर जालसाजी के लिए बैंक खातों की खरीद-फरोख्त करने वाली गैंग का पर्दाफाश, सातवीं पास मास्टर माइंड समेत दंपति गिरफ्तार...

- Rohit banchhor
- 23 Dec, 2024
इसके दो बैंक खातों में पिछले दो-तीन माह के दौरान करीब तीन करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है।
MP News : भोपाल। राजधानी की कोलार पुलिस ने फर्जी तरीके से बैंक खातों की खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर एक महिला समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। मामले का खुलासा उस समय हुआ जब बैंक ऑफ महाराष्ट्र से पुलिस को दो बैंक अकाउंट से रोजाना लाखों रुपए के ट्रांजेक्शन की सूचना मिली। पुलिस उपायुक्त जोन-4 जितेन्द्र सिंह पंवार के मुताबिक 19 दिसंबर को बैंक ऑफ महाराष्ट्र मंदाकिनी कोलार रोड शाखा से सूचना मिली कि एक अकाउंट होल्डर राहुल श्रीवास्तव खाता बंद कराने बैंक आया है। इसके दो बैंक खातों में पिछले दो-तीन माह के दौरान करीब तीन करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है।
MP News : राहुल श्रीवास्तव को 20 दिसंबर को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसने अपना नाम राहुल श्रीवास्तव उर्फ बबलू (42) निवासी चिनार सेवन माइल बोरदा थाना कोलार होना बताया। उसने 45 हजार रुपए में केलकच्छ उदयपुरा रायसेन निवासी घनश्याम सिंगरोले को बैंक के दो खातों का एक्सेस ट्रेडिंग के लिए इस्तेमाल करने के लिए बेच दिया था। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से तीन कार्ड स्वाइप मशीन, मशीन रोल पेपर, 6 मोबाइल फोन, 34 क्रेडिट व डेबिट कार्ड, 20 चेक, 24 चेकबुक, 6 पासबुक, सिम रेपर, 77 सिम कार्ड, दो डायरी, एक कॉपी, 12 एटीएम पिन रेपर, एक लैपटॉप, दो वायफाय राउटर, 8 लाख रुपए नकद जब्त किए हैं।
MP News : पुलिस ने बताया कि आरोपी निकिता प्रजापति व नितेश शुक्ला लिव-इन में रह रहे थे। मूलरूप से बुदनी जिला सीहोर निवासी निकिता ने भोपाल से स्नातक की पढ़ाई की है। यहां उसका नितेश से प्रेम-प्रसंग हुआ और फिर दोनों लिव- इन में रहने लगे थे। आरोपी नितेश भी बीए स्नातक है। दूसरी ओर आरोपी राहुल श्रीवास्तव महज सातवीं कक्षा तक पढ़ा है। पुलिस की टीम राहुल की पत्नी प्रीति से भी पूछताछ कर रही है।
MP News : बिना अनुमति धोखे से खोले ऑनलाइन खाते-
राहुल श्रीवास्तव को बैंक से पता चला कि उसके व उसकी पत्नी प्रीति के नाम से डीडी के माध्यम से दो अन्य खाते ऑनलाइन खोले गए हैं। यह खाते उसकी अनुमति के बिना खोले गए हैं। घनश्याम सिंगरोले ने उसके दस्तावेजों व खातों का गलत इस्तेमाल कर धोखे से ऑनलाइन खाते खोले हैं। घनश्याम उक्त खातों से अवैध मुनाफा कमा रहा है। खातों के एवज में घनश्याम ने राहुल को 40 हजार रुपए कमीशन के रूप में दिए थे। घनश्याम ने राहुल को झांसा दिया था कि यदि वह करंट अकाउंट खुलवाकर घनश्याम को देगा तो उसे लाखों रुपए मिलेंगे।
MP News : करंट खाता खुलवाने के लिए घनश्याम ने राहुल का संपर्क निकिता व नितेश से कराया। लालच में आकर राहुल ने निकिता व नितेश को दस्तावेज दे दिए। उक्त दस्तावेजों के आधार घनश्याम, नितिश शुक्ला व निकिता प्रजापति ने मिलकर राहुल की पत्नी प्रीति के नाम से एक फर्जी गुमाश्ता, दुकान स्थापना का प्रमाण पत्र, स्थापना नाम-सिद्धि इंटरप्राइजेज जो चिनार सेवन्थ माइल बोरदा गांव कोलार रोड के पते पर बनाया गया। जबकि स्थापना सिद्धि इंटरप्राइजेज का कोई अस्तित्व नहीं है। मामले का खुलासा होने पर कोलार पुलिस ने आरोपी घनश्याम, निकिता व नितेश के खिलाफ धोखाधडी समेत अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी।