Sakat Chauth 2025: जानें सकट चौथ का चांद कितने बजे निकलेगा और पूजन मुहूर्त...

- Rohit banchhor
- 16 Jan, 2025
इस दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत पूर्ण होता है, और इसे संतान सुख और समृद्धि के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है।
Sakat Chauth 2025 : नई दिल्ली। हिंदू धर्म में सकट चौथ का व्रत बहुत ही विशेष और महत्वपूर्ण माना जाता है। यह व्रत माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है, जो इस साल 17 जनवरी 2025, शुक्रवार को है। इस दिन विशेष रूप से भगवान श्रीगणेश और माता सकट की पूजा का महत्व है। इस दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत पूर्ण होता है, और इसे संतान सुख और समृद्धि के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है।
Sakat Chauth 2025 : सकट चौथ का चांद कब निकलेगा?
सकट चौथ पर चंद्र दर्शन का विशेष महत्व है। व्रति चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत को पूरा करते हैं। इस साल सकट चौथ पर चंद्रमा रात 9:09 बजे के आस-पास दिखाई देगा। हालांकि, चांद का दिखने का समय विभिन्न शहरों में अलग-अलग हो सकता है, इसलिए स्थानीय समय के अनुसार इसे देखा जा सकता है।
Sakat Chauth 2025 : सकट चौथ पूजन मुहूर्त-
इस वर्ष सकट चौथ की पूजा का शुभ समय और मुहूर्त भी जानना आवश्यक है, ताकि व्रति विधिपूर्वक पूजा कर सकें। द्रिक पंचांग के अनुसार, चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 17 जनवरी 2025 को सुबह 04:06 बजे होगा और समापन 18 जनवरी 2025 को सुबह 05:30 बजे होगा।
Sakat Chauth 2025 : सकट चौथ पर चौघड़िया मुहूर्त-
चर (सामान्य): 07:15 ए एम से 08:34 ए एम
लाभ (उन्नति): 08:34 ए एम से 09:53 ए एम
अमृत (सर्वोत्तम): 09:53 ए एम से 11:12 ए एम
शुभ (उत्तम): 12:31 पी एम से 01:51 पी एम
Sakat Chauth 2025 : सकट चौथ व्रत का महत्व-
सकट चौथ का व्रत मुख्य रूप से माताएं अपने संतान के सुखी और समृद्ध जीवन की कामना से करती हैं। इस दिन माता सकट की पूजा का विधान है, जो उनका कृपालु स्वभाव और अपने भक्तों की रक्षा करती हैं। वहीं, भगवान गणेश की पूजा से घर में सुख-समृद्धि और बुराइयों का नाश होता है। चंद्रमा को अर्घ्य देने से जीवन में शांति और नकारात्मकता का नाश होता है।