Rajasthan News : कद्दावर नेता कर्नल सोनाराम चौधरी का दिल का दौरा पड़ने से निधन, दिल्ली के अपोलो अस्पताल में लिया अंतिम सांस

Rajasthan News : जयपुर। राजस्थान के बाड़मेर-जैसलमेर क्षेत्र के दिग्गज नेता और पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी का 20 अगस्त 2025 की देर रात दिल्ली के अपोलो अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। 84 वर्षीय कर्नल चौधरी को एक मीटिंग के दौरान सीने में दर्द की शिकायत के बाद तत्काल अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन चिकित्सकों के प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनके निधन की खबर से पश्चिमी राजस्थान में शोक की लहर दौड़ गई है। बाड़मेर-जैसलमेर के सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने उनके निधन की पुष्टि की।
सेना से राजनीति तक का शानदार सफर-
जोधपुर के एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज से बीई और फेलो (एफआईई) की डिग्री प्राप्त कर्नल सोनाराम चौधरी ने 1966 में भारतीय सेना में प्रवेश किया। उन्होंने 1971 के भारत-पाक युद्ध में पूर्वी मोर्चे पर महत्वपूर्ण योगदान दिया और विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति द्वारा विश्व सेवा पदक (वीएसएम) सहित कई पुरस्कारों से सम्मानित किए गए। 25 साल की सैन्य सेवा के बाद 1994 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर उन्होंने राजनीति में कदम रखा।
राजनीतिक योगदान-
कर्नल चौधरी ने बाड़मेर-जैसलमेर से 1996, 1998, 1999 और 2014 में लोकसभा सांसद के रूप में चार बार प्रतिनिधित्व किया। इसके अलावा, वे 2008-2013 तक बायतू से कांग्रेस विधायक रहे। 2014 में उन्होंने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा और उसी साल सांसद चुने गए। हालांकि, 2019 में टिकट नहीं मिलने पर 2023 में उन्होंने फिर से कांग्रेस में वापसी की और गुड़ामलानी से विधानसभा चुनाव लड़ा। मारवाड़ की राजनीति में उनकी बेबाक शैली और जाट समुदाय के बीच मजबूत पकड़ ने उन्हें एक कद्दावर नेता बनाया।