Pahalgam Attack : पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए सुशील नथानियल को इंदौर में दी गई भावभीनी विदाई...

- Rohit banchhor
- 24 Apr, 2025
इस दौरान उनकी पत्नी जेनिफर ताबूत से लिपटकर फूट-फूटकर रोईं, जिसे देख हर किसी की आंखें नम हो गईं।
Pahalgam Attack : इंदौर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में मारे गए इंदौर के सुशील नथानियल का गुरुवार को ईसाई रीति-रिवाजों के साथ अंतिम संस्कार किया गया। वीणा नगर स्थित उनके निवास से शुरू हुई अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए, जो नंदा नगर चर्च पहुंची। वहां धार्मिक प्रार्थना सभा के बाद जूनी इंदौर कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस दौरान उनकी पत्नी जेनिफर ताबूत से लिपटकर फूट-फूटकर रोईं, जिसे देख हर किसी की आंखें नम हो गईं।
Pahalgam Attack : आतंकी हमले ने छीना परिवार का सहारा-
सुशील नथानियल 58 वर्ष आलीराजपुर में एलआईसी की सैटेलाइट शाखा के प्रबंधक थे। 18 अप्रैल को वे पत्नी जेनिफर (शिक्षिका), बेटी आकांक्षा (बैंक ऑफ बड़ौदा, सूरत में प्रथम श्रेणी अधिकारी) और बेटे ऑस्टिन (उभरते बैडमिंटन खिलाड़ी) के साथ कश्मीर छुट्टियां मनाने गए थे। 22 अप्रैल को बैसारन घाटी में आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें सुशील समेत 27 लोग मारे गए। हमले में आकांक्षा के पैर में भी गोली लगी और वे अभी अस्पताल में हैं।
Pahalgam Attack : जेनिफर की आपबीती, सुशील ने बचाई जान-
जेनिफर ने बताया कि हमले के दौरान सुशील ने उन्हें पेड़ के पीछे छिपाकर उनकी जान बचाई। आतंकियों ने सुशील से उनका धर्म पूछा और कलमा पढ़ने को कहा। ईसाई होने के कारण सुशील ऐसा नहीं कर सके, जिसके बाद आतंकियों ने उन्हें गोली मार दी। यह दर्दनाक घटना परिवार के लिए असहनीय है।
Pahalgam Attack : जोबट से इंदौर तक शोक की लहर-
मूल रूप से जोबट (आलीराजपुर) के रहने वाले सुशील पिछले 30 वर्षों से इंदौर में रह रहे थे। उनके निधन से न केवल परिवार, बल्कि पूरा शहर शोक में डूब गया। बुधवार रात उनके पार्थिव शरीर को इंदौर लाया गया, जहां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने श्रद्धांजलि अर्पित की। उनके सहकर्मियों, रिश्तेदारों और स्थानीय नागरिकों ने सुशील को एक जिंदादिल और मददगार इंसान के रूप में याद किया।