Tendu Patta Bonus Scam : निलंबित IFS अधिकारी गिरफ्तार, करोड़ों की हेराफेरी में ACB-EOW की कार्रवाई

- Rohit banchhor
- 17 Apr, 2025
इस घोटाले में 7 करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप है, जिसमें तेंदूपत्ता संग्राहकों के बोनस को गबन किया गया।
Tendu Patta Bonus Scam : रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 2021-22 के तेंदूपत्ता बोनस घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए निलंबित IFS अधिकारी और पूर्व DFO अशोक कुमार पटेल को गिरफ्तार कर लिया है। पटेल को रायपुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां EOW ने 30 अप्रैल तक पुलिस रिमांड की मांग की है। इस घोटाले में 7 करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप है, जिसमें तेंदूपत्ता संग्राहकों के बोनस को गबन किया गया।
Tendu Patta Bonus Scam : जांच एजेंसियों के अनुसार, 2021-22 में तेंदूपत्ता संग्राहकों को वितरित होने वाली बोनस राशि में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं सामने आईं। इस राशि का एक बड़ा हिस्सा न तो मजदूरों के खातों में हस्तांतरित किया गया और न ही नकद भुगतान हुआ। जांच में पटेल और अन्य अधिकारियों की मिलीभगत सामने आई, जिसके बाद उन्हें फरवरी 2025 में निलंबित कर दिया गया था। 10 अप्रैल को ACB-EOW की संयुक्त टीम ने सुकमा जिले में 9 ठिकानों पर छापेमारी की, जिसमें पूर्व विधायक और सीपीआई नेता मनीष कुंजाम के आवास के अलावा कई तेंदूपत्ता प्रबंधकों के घर शामिल थे।
Tendu Patta Bonus Scam : इनमें कोंटा के मो. शरीफ खान, पालाचलमा के सीएच वेंकट, फूलबगड़ी के राजशेखर पुराणिक, जगरगुंडा के रवि गुप्ता, मिशिगुडा के राजेश आयतु, एर्राबोर के मितेंद्र सिंह राजू, पेदाबोडकेल के सुनील, और जग्गावरम के मनोज कवासी शामिल हैं। 11 अप्रैल को दोरनापाल में एक वन कर्मचारी के घर पर भी छापेमारी की गई। छापेमारी के दौरान राजशेखर पुराणिक के घर से 26.63 लाख रुपये नकद और महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए गए। इसके अलावा, बैंक खातों, डिजिटल साक्ष्य, और निवेश से संबंधित अभिलेख भी जब्त किए गए।
Tendu Patta Bonus Scam : EOW और ACB की जांच अब वन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और प्राथमिक लघु वनोपज समितियों के प्रबंधकों तक पहुंच रही है। जांच एजेंसियों को संदेह है कि इस घोटाले में उच्च स्तर पर मिलीभगत थी। रायगढ़, जगदलपुर, दंतेवाड़ा, और बीजापुर में भी इस मामले में कार्रवाई की जा चुकी है। पटेल के खिलाफ पहले से ही आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज है, और उनकी संपत्तियों की जांच तेज कर दी गई है।