सऊदी अरब ने हज में बच्चों की एंट्री पर लगाई पाबंदी, जानें क्या हैं नए नियम

रियाद/नई दिल्ली: सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्रालय ने हज 2025 के लिए कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव किया है। इस बार, बढ़ती भीड़ और बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, बच्चों की हज में एंट्री पर पाबंदी लगा दी गई है। मंत्रालय ने कहा है कि पहली बार हज करने वाले यात्रियों को प्राथमिकता दी जाएगी। हज की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को अब बच्चों के साथ नहीं ले जाना चाहिए।
इसके अलावा, सऊदी नागरिक और निवासियों को Nusuk App या आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से हज 2025 के लिए आवेदन करना होगा। आवेदकों को अपने विवरण सत्यापित करने और यात्रा साथियों को पंजीकृत करने की आवश्यकता है। 1 फरवरी, 2025 से भारत समेत 14 देशों के यात्री केवल एकल-प्रवेश वीजा के लिए पात्र होंगे, ताकि बहु-प्रवेश वीजा के दुरुपयोग को रोका जा सके।
इसके अलावा, कमजोर, बीमार, बुजुर्ग, शारीरिक रूप से अक्षम या आर्थिक रूप से सक्षम नहीं व्यक्ति, जो कर्ज़ में डूबे हैं और अपना कर्ज़ चुकाने का इरादा नहीं रखते या कैंसर, लीवर, किडनी या संक्रामक रोगों से पीड़ित हैं, उन्हें हज करने से रोका गया है।
हज यात्रा पर प्रतिबंधित मुसलमान
क्या आप जानते है हज की यात्रा करने के लिए मुसलमान होना आवश्यक है, लेकिन अहमदिया मुसलमान का हज करना पूरी तरह से प्रतिबन्ध है। अगर अहमदिया मुसलमान हज के लिए मक्का पहुंचते हैं, तो उनके गिरफ्तार होने और डिपोर्ट होने का खतरा रहता है। सऊदी अरब में अहमदिया मुसलमानों को मुसलमान नहीं माना जाता, जिसके चलते उन पर हज करने पर पूर्ण प्रतिबंध है।