Operation Sindoor: भारतीय सेना ने मार गिराया पाकिस्तान का फाइटर जेट JF-17, भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम आकाश मिसाइल हवा में उड़ा दिया

Operation Sindoor:नई दिल्ली/बठिंडा: भारत की एयर डिफेंस ने पाकिस्तान का जो फाइटर जेट कश्मीर में मार गिराया गया है वो पाकिस्तान का (चीनी JF-17) लड़ाकू विमान है। इसे भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम आकाश मिसाइल से टारगेट किया गया। यह जेट, जिसे चीन और पाकिस्तान ने मिलकर विकसित किया है, पाकिस्तानी वायुसेना की रीढ़ माना जाता है। लेकिन क्या है इस जेट की असलियत? आइए, जानते हैं।
Operation Sindoor: JF-17 थंडर एक हल्का, एकल इंजन वाला मल्टी-रोल फाइटर जेट है, जिसका पहला प्रोटोटाइप 2003 में उड़ा था और 2007 से यह पाकिस्तानी वायुसेना में सक्रिय है। इसकी लंबाई 14.9 मीटर, विंगस्पैन 9.45 मीटर और ऊंचाई 4.77 मीटर है। इसका अधिकतम टेकऑफ वजन 12,474 किलोग्राम है। यह जेट रूसी Klimov RD-93 या चीनी Guizhou WS-13 इंजन से लैस है, जो इसे Mach 1.6 (लगभग 1,910 किमी/घंटा) की रफ्तार देता है। यह 7 हार्डपॉइंट्स पर 3,700 किलोग्राम तक हथियार ले जा सकता है, जिसमें PL-5, PL-12, PL-15 मिसाइलें और GPS-गाइडेड बम शामिल हैं।
Operation Sindoor: JF-17 में आधुनिक एवियोनिक्स, डिजिटल फ्लाइट कंट्रोल, हेड-अप डिस्प्ले, डेटा लिंक और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम हैं। इसकी रेंज 2,000 किलोमीटर है, जो इसे सीमापार मिशनों के लिए उपयुक्त बनाती है। यह हवा और जमीन दोनों पर हमला करने में सक्षम है। हालांकि, इसकी स्टील्थ क्षमता और एवियोनिक्स की सीमाएं इसे आधुनिक 4.5 पीढ़ी के जेट्स के मुकाबले कमजोर बनाती हैं।
Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर में JF-17 के मार गिराए जाने से भारत-पाक तनाव में नया मोड़ आया है। यह घटना न केवल भारत की मजबूत वायु रक्षा का प्रमाण है, बल्कि JF-17 की सीमाओं को भी उजागर करती है। पाकिस्तान के लिए यह जेट भले ही किफायती और बहुपयोगी हो, लेकिन भारत जैसे शक्तिशाली प्रतिद्वंद्वी के सामने यह नाकाफी साबित हुआ। इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि तकनीकी और रणनीतिक श्रेष्ठता ही युद्ध के मैदान में निर्णायक होती है।