UP News : स्वास्थ्य विभाग ने गैरहाजिर और लापरवाह 11 डॉक्टरों और 2 कर्मचारियों को नोटिस जारी की

UP News : लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्वास्थ्य विभाग ने ड्यूटी में लापरवाही और अनुशासनहीनता बरतने वाले डॉक्टरों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। बिना सूचना के लगातार अनुपस्थित रहने और अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही दिखाने वाले 11 डॉक्टरों और दो कर्मचारियों को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. एनबी सिंह ने नोटिस जारी किया है। इन सभी को 20 अगस्त को जांच समिति के समक्ष अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है।
UP News : आयुष्मान आरोग्य मंदिरों और सरकारी अस्पतालों में तैनात हैं कर्मी
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत लखनऊ के सरकारी अस्पतालों और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में जिला स्वास्थ्य समिति के अधीन संविदा पर तैनात डॉक्टरों और कर्मचारियों पर यह कार्रवाई की गई है। नोटिस प्राप्त करने वालों पर बिना सूचना अनुपस्थित रहने और कार्यस्थल पर अभद्र व्यवहार के आरोप हैं। जांच के लिए मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई है। यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो इन कर्मियों की बर्खास्तगी तय मानी जा रही है।
UP News : नोटिस प्राप्त करने वाले कर्मी
नोटिस प्राप्त करने वालों में निम्नलिखित शामिल हैं:
डॉ. शीतल सोनकर (एमओ, आयुष्मान आरोग्य मंदिर दसौली)
डॉ. अभय नारायण यादव (एमओ, आयुष्मान आरोग्य मंदिर आदर्श नगर)
डॉ. अभिषेक सिंह (एमओ, आयुष्मान आरोग्य मंदिर अमराईगांव)
डॉ. सुभाष प्रसाद (एमओ, पीएचसी तोप दरवाजा)
डॉ. कीर्ति राय (एमओ, आयुष्मान आरोग्य मंदिर कल्लन खेड़ा)
डॉ. मोहसिन रजा (एमओ, आयुष्मान आरोग्य मंदिर चौपटिया)
डॉ. नीलम गंगवार (ईएमओ, लोकबंधु अस्पताल)
डॉ. मुस्तकुल आफरीन कुरैशी (एमओ, आयुष्मान आरोग्य मंदिर कटरा विजनबेग)
डॉ. शिल्पी गुप्ता (एमओ, पीएचसी निलमथा)
डॉ. देवांश सिंह (एमओ, आयुष्मान आरोग्य मंदिर मुबारकपुर)
डॉ. जिगनेश मिश्रा (ईएमओ, केजीएमयू)
सरिता कुमारी (डाटा एंट्री ऑपरेटर, जिला क्षय रोग अधिकारी कार्यालय)
विवेक नवल मिश्रा (बीसीपीएम, सीएचसी माल)
UP News : पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
गौरतलब है कि हाल ही में 1 अगस्त को उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर चार डॉक्टरों को बिना सूचना ड्यूटी से अनुपस्थित रहने के कारण बर्खास्त किया गया था। इनमें स्वास्थ्य विभाग के तीन डॉक्टर और कन्नौज मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विभाग के एक सहायक आचार्य शामिल थे। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ ऐसी कार्रवाइयां आगे भी जारी रहेंगी।