मुख्यमंत्री डॉ यादव ने सपरिवार संगम में लगाई आस्था की डुबकी, राजस्थान सीएम से मुलाकात कर बोले -दोनों राज्यों का रिश्ता गंगा-जमुना की तरह

भोपाल। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का धार्मिक आयोजन जारी है। एमपी के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भी आज प्रयागराज में संगम तट पर अपनी धर्म पत्नी और पूरे परिवार के साथ त्रिवेणी में स्नान पूजन किया और प्रदेश की खुशहाली और तरक्की की कामना की। उन्होंने यहां पवित्र स्नान और दर्शन पूजन करने के बाद एकात्म धाम मध्यप्रदेश के पवेलियन के दर्शन किए। इस दौरान सीएम ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से भी मुलाकात की दौरान सीएम ने कहा कि राजस्थान और मध्य प्रदेश का रिश्ता गंगा जमुना की तरह है। गौरतलब है कि शनिवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव इंदौर से बमरौली सिविल एयरपोर्ट प्रयागराज पहुंचे थे। यहां वे एयरपोर्ट से डीपीएस महाकुंभ हेलीपेड पहुंचे। दोपहर में वे वीआईपी घाट त्रिवेणी संकुल अरेल से अरेल घाट पर पहुंचे।
यहां से सीएम मोटरबोट के जरिए संगम नोज पर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने संगम नोज पर त्रिवेणी में स्नान किया और सूर्य को अर्द्ध अर्पित किया दर्शन और वहां पूजन-अर्चन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री एकात्म धाम पवेलियन को देखने पहुंचे। यहां प्रदेश सरकार द्वारा लगाए गए विभिन्न मॉडल और प्रदर्शनियों को उन्होंने देखा। शाम को सीएम टेंट सिटी में विक्रमादित्य नाटक के मंचन को भी देखने के लिए गए। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि महाकुंभ सनातन संस्कृति का गौरवशाली उत्सव है। विशेष ग्रह नक्षत्रों के शुभ संयोग में होने वाले महाकुंभ में सभी की आस्था का प्रकटीकरण होता है। साथ ही साधु-संतों के सान्निध्य में आत्मिक और आध्यात्मिक उन्नति का अवसर भी प्राप्त होता है।
भारत में हर 12 साल में अलग-अलग चार नगरों में होने वाले कुंभ में स्नान का अवसर कई जन्मों के पुण्य से प्राप्त होता है।उन्होंने कहा वे उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ- 2028 के दिव्य और भव्य आयोजन की तैयारी के संकल्प के साथ प्रयागराज आए हैं। मां गंगा, यमुना और सरस्वती का प्रवाह अनंत काल तक निर्बाध रहे, सबका मंगल एवं कल्याण हो, ऐसी कामना करता हूं। प्रयागराज सभी तीर्थों का राजा है। मध्यप्रदेश वासियों की समृद्धि, बेरोजगार युवाओं को रोजगार और सभी के जीवन में मंगल की कामना करता हूं।