MP News : भोपाल में 52वीं राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी का शुभारंभ, सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा – "विज्ञान और सनातन परंपरा हमारी असली शक्ति"
MP News : भोपाल। राजधानी भोपाल में 52वीं राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें देशभर के विभिन्न राज्यों से बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। विद्यार्थियों ने अपने अभिनव वैज्ञानिक मॉडल और नवाचार प्रदर्शित कर सबका ध्यान आकर्षित किया। इस राष्ट्रीय कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया।
MP News : उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि आधुनिक विज्ञान के उपयोग के कारण भारत ने वैश्विक मंच पर अपनी एक अलग पहचान स्थापित की है। उन्होंने कहा कि विज्ञान और तकनीक का सशक्त उपयोग करके भारत ने सुरक्षा, अंतरिक्ष अनुसंधान और वैश्विक कूटनीति में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।
MP News : सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में योग को संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा दिलाई गई। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा, “आज साइबेरिया की बर्फीली पहाड़ियों से लेकर दुनिया के कई देशों में लोग योग करते दिखते हैं। पाकिस्तान से हमारे कई मतभेद जरूर हैं, लेकिन योग दिवस पर वहां के लोग भी योग करते हुए भारत को नमस्कार ही करते हैं।”
MP News : डॉ. यादव ने अपने संबोधन में भारतीय वैज्ञानिक परंपरा पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने ‘ऋषि’ और ‘मुनि’ शब्दों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन दोनों के गूढ़ अर्थों को समझने से भारत की प्राचीन वैज्ञानिक सोच को समझना आसान हो जाता है। उन्होंने बताया कि हमारे ऋषि न्यूनतम आवश्यकताओं के साथ जंगलों में रहकर अध्ययन और अनुसंधान करते थे, जबकि मुनियों ने आध्यात्मिक ज्ञान को आगे बढ़ाया।
MP News : मुख्यमंत्री ने एक श्लोक “वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभा” का उल्लेख करते हुए कहा कि हमारी सनातन संस्कृति में सूर्य की करोड़ों किरणों और ऊर्जाओं के वैज्ञानिकी भाव को हजारों वर्षों पहले समझा गया था। उन्होंने कहा कि भारत का ज्ञान विज्ञान से ओत-प्रोत रहा है, जो आज भी प्रासंगिक है।
MP News : इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अंगदान को जीवन रक्षक महादान बताते हुए कहा कि वैज्ञानिक भावना का सर्वोत्तम उदाहरण अंगदान है। उन्होंने कहा कि अंगदान करने वाले सम्मान के पात्र हैं और प्रदेश सरकार ऐसे दानवीरों को गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित करती है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति का अंगदान कई लोगों को नया जीवन देता है।

