CG Crime : सनकी आशिक का खौफनाक खेल, प्रेमिका के पति को मारने के लिए होम थियेटर में छिपाया बम, 7 गिरफ्तार

- Rohit banchhor
- 16 Aug, 2025
आरोपियों के खिलाफ हत्या की साजिश, विस्फोटक अधिनियम और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
CG Crime : खैरागढ़। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में एकतरफा प्यार की सनक ने एक खतरनाक साजिश को जन्म दिया, जिसने पूरे क्षेत्र को दहशत में डाल दिया। गंडई थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का पर्दाफाश किया, जिसमें एक युवक ने अपनी पूर्व प्रेमिका के पति की हत्या के इरादे से होम थिएटर स्पीकर में दो किलो बारूद और डिटोनेटर छिपाकर पार्सल बम तैयार किया और उसे गिफ्ट के रूप में भेजा।
मामला तब सामने आया जब गंडई निवासी अफसार खान के पास एक संदिग्ध पार्सल पहुंचा। बाहर से यह एक सामान्य होम थिएटर स्पीकर लग रहा था, लेकिन इसका असामान्य वजन और टूटा हुआ पावर पिन देखकर अफसार को शक हुआ। पेशे से इलेक्ट्रिशियन होने के नाते उनकी सतर्कता ने खतरे को भांप लिया। सावधानी से पार्सल खोलने पर उनके होश उड़ गए, जब स्पीकर के अंदर से जिलेटिन की छड़ें और तारों से जुड़ा डिटोनेटर बरामद हुआ। अफसार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही गंडई पुलिस और बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा और क्षेत्र को सील कर दिया। जांच में पता चला कि विस्फोटक को इस तरह डिज़ाइन किया गया था कि बिजली के स्रोत से जोड़ते ही डिटोनेटर सक्रिय होकर जोरदार धमाका करता, जिससे स्पीकर का आवरण घातक छर्रों में बदल जाता। यह इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) किसी थ्रिलर फिल्म के दृश्य जैसा था, लेकिन इसकी हकीकत ने सभी को स्तब्ध कर दिया।
मास्टरमाइंड सहित सात आरोपी गिरफ्तार-
पुलिस की जांच में इस साजिश का मास्टरमाइंड विनय वर्मा निकला, जिसने इंटरनेट ट्यूटोरियल की मदद से यह घातक आईईडी तैयार किया। उसका मकसद अपनी पूर्व प्रेमिका के पति अफसार खान की हत्या करना था। जांच में सामने आया कि विनय अकेला नहीं था। उसके साथ छह अन्य लोग शामिल थे, जिन्होंने विस्फोटक की आपूर्ति, फाइनेंसिंग, डिलीवरी और फर्जी इंडिया पोस्ट लोगो बनाने में सहयोग किया। पुलिस ने सात आरोपियों विनय वर्मा, परमेंश्वर वर्मा, गोपाल वर्मा, घासीराम वर्मा, दिलीप धिमर, गोपाल खेलवार और खिलेश वर्मा को गिरफ्तार किया। उनके ठिकानों से 60 जिलेटिन स्टिक और दो डिटोनेटर बरामद किए गए।
अवैध विस्फोटक नेटवर्क का खुलासा-
जांच में यह भी पता चला कि बम में इस्तेमाल जिलेटिन दुर्ग जिले की पत्थर खदानों से अवैध रूप से हासिल किया गया था। पुलिस अधीक्षक लक्ष्य विनोद शर्मा ने इस कार्रवाई को बड़ी सफलता करार देते हुए कहा कि यह न केवल एक हत्या की साजिश को नाकाम करने की घटना है, बल्कि अवैध विस्फोटक आपूर्ति के एक बड़े नेटवर्क को उजागर करने का मामला है। आरोपियों के खिलाफ हत्या की साजिश, विस्फोटक अधिनियम और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।