Nobel Prize: जापान-ऑस्ट्रेलिया और यूएस के वैज्ञानिकों को मिला नोबेल प्राइज, जानें किस क्षेत्र में दिया योगदन

Nobel Prize: नई दिल्ली: रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने बुधवार को रसायन विज्ञान के लिए 2025 का नोबेल पुरस्कार घोषित किया। इस साल का सम्मान जापान के सुसुमु कितागावा, ऑस्ट्रेलिया के रिचर्ड रॉबसन और अमेरिका के उमर एम. याघी को संयुक्त रूप से प्रदान किया गया है। इन वैज्ञानिकों को "धातु-कार्बनिक ढांचे (MOF) के विकास" में उनके अग्रणी योगदान के लिए यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया है।
Nobel Prize: धातु-कार्बनिक ढांचे कार्बन और धातु से बने संरचनाएं हैं, जो रासायनिक प्रक्रियाओं को बेहतर करने, गैस को संग्रहित करने और वायुमंडल से कार्बन डाइऑक्साइड को कम करने में मददगार हैं। सुसुमु क्योटो विश्वविद्यालय से, रिचर्ड मेलबर्न विश्वविद्यालय से और उमर कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले से जुड़े हैं। विजेताओं को 11 मिलियन स्वीडिश क्रोना (लगभग 10.3 करोड़ रुपये), सोने का पदक और प्रमाणपत्र 10 दिसंबर को स्टॉकहोम में आयोजित समारोह में प्रदान किया जाएगा।
Nobel Prize: नोबेल पुरस्कारों की घोषणा 6 अक्टूबर से शुरू हुई। सोमवार को मेडिसिन और मंगलवार को भौतिकी का पुरस्कार घोषित हुआ। भविष्य में साहित्य, अर्थशास्त्र और शांति के पुरस्कारों की घोषणा होगी। अल्फ्रेड नोबेल की याद में शुरू यह परंपरा 1901 से जारी है, जिसमें अब तक 116 बार रसायन के लिए पुरस्कार दिए गए हैं।