सौरभ की डायरी में जिनके नाम उन्हें नोटिस देने की तैयारी कर रहा आयकर विभाग, ईडी भी कर रही तीनो से पूछताछ

भोपाल। मध्य प्रदेश में परिवहन विभाग के पूर्व आरक्षक का धन कुबेर सौरभ शर्मा का मामला लगातार गर्म आता जा रहा है लोकायुक्त के बाद सौरभ शर्मा और उसके साथी अभी ईडी की रिमांड पर हैं। ईडी की टीम तीनों से पूछताछ करने में जुटी हुई है।उधर सूत्रों ने बड़ी जानकारी दी है कि सौरभ शर्मा की डायरी में जिन लोगों के नाम सामने आए थे उन्हें अब नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है। छापों में करोड़ों की बेहिसाब संपत्ति मिलने के बाद पुलिस रिमांड पर 6 दिन के लिए ईडी को सौंपे गए सौरभ से उसके बंगले में लगे सीसीटीवी के फुटेज दिखाकर सवाल किए गए। एक माह अवधि की यह रिकॉर्डिंग उसके अरेरा कॉलोनी वाले बंगले में लगे डीवीआर से मिली थी। पूछताछ के दौरान ईडी ने फुटेज में दिख रहे लोगों और आने-जाने वाले लोगो की जानकारी ली।
सौरभ ने इनमें से अधिकांश को पहचाना और इन सभी के साथ अपने संबंधों की जानकारी दी है। 27 दिसंबर को ईडी ने जब सौरभ के ठिकानों पर छापे मारे थे, तब डीवीआर की रिकॉर्डिंग को पैन ड्राइव में सेव कर लिया था। पूछताछ से पहले सौरभ और उसके पार्टनर चेतन एवं शरद की मेडिकल के लिए जेपी अस्पताल ले जाया गया था। सुबह सौरभ से ईडी की टीम ने अकेले में पूछताल की, बाद में शरद और चेतन को भी रिमांड रूम में लाया गया। सूत्रों के अनुसार ईडी की टीम अब गोल्ड और कैश से भरी कार की गुत्थी सुलझाने के करीब पहुंच गई है। हालांकि रिमांड के दौरान ईडी के अफसर किसी भी तरह की अधिकृत जानकारी नहीं दे रहे हैं। लोकायुक्त पुलिस ने सबसे पहले सौरभ शमां के ठिकानों पर छापा मारा था। 19 दिसंबर की छापे के दौरान सौरभ के घर के अंदर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर ही जब्त की गई। अगले दिन ही आयकर और पुलिस की संयुक्त टीम ने चेतन के नाम से रजिस्टर्ड जिस इनोवा कार से 52 किलो सोना और 10 करोड़ की नकदी बरामद कर ली, जबकि लोकायुक्त को इसकी भनक तक नहीं थी। यह कार सौरभ के घर के नजदीक से तीन बार गुजरी थी। इस बिंदु पर भी जांच नहीं की गई।
डायरी के नामों को नोटिस देने की तैयारी
आयकर विभाग भी इस केस में एक्टिव हो गया है। 20 दिसंबर को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को गोल्ड और कैश से भरी कार जब्त करने के बाद सौरभ के ठिकाने से एक डायरी मिली थी, जिसमें 100 करोड़ के लेनदेन का हिसाब मिला है। अब डायरी में जिन लोगों के नाम दर्ज हैं आयकर विभाग उन्हें नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाएगा। सूत्रों के अनुसार इस में प्रदेश के परिवहन विभाग के 50 से ज्यादा अफसरों के नाम और लेनदेन की रकम लिखी है। परिवहन विभाग से रिटायरमेंट लेने के बाद भी सौरभ को परिवहन विभाग के अफसर हर महीने करोड़ों रूपए भेजते थे।