मौसम का परिवर्तन लोगों के स्वास्थ्य पर डाल रहा प्रभाव, डेंगू और टाइफाइड के मरीजों की संख्या में हुआ इजाफा, यूरिन इंफेक्शन से भी परेशान लोग

भोपाल। मौसम में बदलाव के कारण एक बार फिर अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। फरवरी के पहले सप्ताह में शहर में डेंगू के साथ साथ वायरल फीवर के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। शुक्रवार को जेपी अस्पताल में ओपीडी में मरीजों की लंबी लंबी कतारें देखी गई। यहां कई मरीज डेंगू और सामान्य बुखार की शिकायत लेकर पहुंचे पहुंचे थे। इनमें से अधिकतर मरीजों को वायरल फीवर के साथ साथ टायफाइड की शिकायत भी आ रही है।
हमीदिया अस्पताल के मेडिसिन विशेषज्ञ ने बताया कि मौसम में बदलाव के कारण मुख्य रूप से वायरल के केस बड़े हैं। डेंगू तो एक सामान्य अवस्था है, वह रहता ही है, जैसे जैसे मच्छर बढ़ते हैं वैसे वैसे डेंगू और मलेरिया के मामले सामने आते हैं। लेकिन टायफाइड के केस कई कारणों से हो सकते हैं, इसमें सिर्फ मच्छर का रोल नहीं होता। पिछले एक सप्ताह से मौसम में बदलाव ही रहा है, कभी गर्मी तो कभी ठंड का एहसास हो रहा है। ऐसे में लोगों की इम्युनिटी पर असर पड़ता है और लोग बीमार होते हैं। जानकारी अनुसार वर्ष 2024 में डेंगू के मरीजों की संख्या 8 हजार से लगभग दिखाई गई है। नेशनल वेक्टर बोर्ड डिसीज की वेवसाइट पर मौजूद जानकारी के अनुसार 31 अक्टूबर 2024 तक मप्र में डेंगू के मरीजों की कुल संख्या 7941 बी। दो महीने में यह संख्या और गई, लेकिन उसका आंकड़ा वेबसाइट पर अपडेट नहीं किया गया है।
वहीं भोपाल में वर्ष 2024 में डेंगू 700 के ज्यादा मामले सामने आए हैं। शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती बालक को वायरल फीवर आया था। परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे तो ब्लड़ जांच से पता बला कि बालक को टायफाइड है। परिजनों ने इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कर दिया। चार दिन बाद जब स्थिति नहीं सुधरी तो चिकित्सक ने अन्य जांच की जिसमें पता चला कि बालक को टायफाइड के साथ साथ यूरिन इंफेक्शन भी है। जेपी अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि कुछ मामलों में टायफाइड के साथ साथ अन्य समस्याएं भी सामने आ रही हैं। इसमें यूरिन संक्रमण भी एक समस्या है।