Bollywood News : शाहरुख खान की ये फिल्म थी एक टीवी शो पर आधारित, क्लाइमैक्स सच्ची घटना से लिया गया था...

- Rohit banchhor
- 22 Dec, 2024
एक छोटी सी प्रेरणा और वास्तविक जीवन की घटनाओं को बड़ी फिल्म में बदलने का जादू कैसे काम करता है।
Bollywood News : मुंबई। बॉलीवुड के सुपरस्टार शाहरुख खान की साल 2004 में रिलीज़ हुई फिल्म श्स्वदेशश् आज भी दर्शकों के दिलों में जिंदा है। फिल्म ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया, बल्कि इसे आलोचकों से भी शानदार प्रतिक्रिया मिली। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि शाहरुख खान की यह दिल छूने वाली फिल्म एक टीवी शो पर आधारित थी और इसका क्लाइमैक्स एक सच्ची घटना से प्रेरित था?
Bollywood News : टीवी शो वापसी से मिली प्रेरणा-
फिल्म के निर्देशक आशुतोष गोवारिकर ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि शाहरुख खान की श्स्वदेशश् का आधार एक टीवी शो था, जिसे उन्होंने जीटीवी के लिए किया था। यह शो वापसी नामक एक धारावाहिक था, जिसमें आशुतोष गोवारिकर खुद बतौर अभिनेता काम कर रहे थे। शो के एक विशेष एपिसोड ने उन्हें इतना प्रभावित किया कि वह उस आइडिया को लेकर आगे बढ़े और फिल्म बनाने का विचार किया। हालांकि, यह आइडिया एक छोटे एपिसोड तक सीमित था, लेकिन गोवारिकर ने इसे अपने मन में जगह दी। कई साल बाद, जब उन्होंने लगान जैसी सुपरहिट फिल्म बनाई, तो वह हमेशा यही सोचते रहे कि इस शो के एपिसोड को बड़ा कर फिल्म की कहानी बनाई जाए।
Bollywood News : फिल्म का क्लाइमैक्स था सच्ची घटना पर आधारित-
फिल्म का क्लाइमैक्स भी सच्ची घटना पर आधारित था। गोवारिकर ने बताया कि अरविंद और उनकी पत्नी की कहानी, जो फिल्म के क्लाइमैक्स में दिखाई गई थी, असल में दिलगांव नामक जगह पर घटित हुई थी। उन्होंने इस घटना की पूरी स्टडी की और फिर उसी वास्तविक घटना को फिल्म के क्लाइमैक्स में हूबहू प्रस्तुत किया। यह सच्ची घटना फिल्म की कहानी को और भी प्रामाणिक बनाती है और दर्शकों को गहरे तक छू जाती है।
Bollywood News : फिल्म की सफलता और सराहना-
स्वदेश की कहानी और शाहरुख खान की जबरदस्त एक्टिंग ने फिल्म को एक कालातीत क्लासिक बना दिया। महज 25 करोड़ रुपये की लागत में बनी इस फिल्म ने 33 करोड़ रुपये का वर्ल्डवाइड कलेक्शन किया था। फिल्म को आईएमडीबी पर 8.2 की रेटिंग मिली और इसे क्रिटिक्स ने भी काफी सराहा। इसके अलावा, गायत्री जोशी और मकरंद देशपांडे के अभिनय ने भी फिल्म को एक अलग स्तर पर पहुंचाया। इस प्रकार, स्वदेश न सिर्फ एक प्रेरणादायक कहानी का बेहतरीन उदाहरण है, बल्कि यह यह भी दिखाती है कि एक छोटी सी प्रेरणा और वास्तविक जीवन की घटनाओं को बड़ी फिल्म में बदलने का जादू कैसे काम करता है।